धर्मशाला. T-20 वर्ल्ड कप के तहत भारत-पाकिस्तान के बीच धर्मशाला में होने वाले मुकाबले पर हुई राजनीति और फिर मैच के यहां से ट्रांसफर होने के कारण हिमाचल प्रदेश होटल उद्योग को काफी नुकसान झेलना पड़ा है. हिमाचल प्रदेश क्रिकेट संघ (एचपीसीए) के प्रेस सचिव मोहित सूद ने बताया, “मैच के ट्रांसफर होने से प्रदेश को 100 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ है.”
उन्होंने कहा कि 19 मार्च को होने वाले मैच को देखने के लिए यहां उत्तरी भारत से 22 हजार से ज्यादा लोग आने वाले थे.
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए भारत-पाक के बीच 19 मार्च को होने वाले मैच को यहां से कोलकाता ट्रांसफर कर दिया है. एचपीसीए के अधिकारियों ने बताया कि मैच देखने के लिए बॉलीवुड और कॉरपोरेट जगत से कई लोग यहां आने वाले थे जिससे होटल उद्योग को काफी फायदा मिलता.
एचपीसीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस मैच के लिए रिलायंस के मालिक मुकेश अंबानी, विडियोकॉन के मालिक वेणुगोपाल धूत, अदाणी समूह के अध्यक्ष गौतम अदाणी ने अपनी बुकिंग करा ली थी. अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली, पीयूष गोयल और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अध्यक्ष अमित शाह ने भी मैच देखने में अपनी रुचि जताई थी.
शहर में 1100 बेड की क्षमता वाले 56 होटल और गेस्ट हाउस हैं. वहीं मैक्लॉडगंज में एक हजार की क्षमता वाले 91 होटल पंजीकृत हैं. एचपीसीए और प्रदेश की कांग्रेस सरकार के बीच चल रहे विवाद के कारण पिछले साल इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के आठवें संस्करण में धर्मशाला में एक भी मैच नहीं हो पाया था.
बीसीसीआई के सचिव अनुराग ठाकुर ने कहा, “हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने भारत-पाक मैच को लेकर संशय पैदा किया था.”