नई दिल्ली. जेएनयू में देशविरोधी नारों के आरोप में पुलिस हिरासत में चल रहे जेएनयूएसयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार का एक नया वीडियो सामने आया है जिसमें उसने 17 फरवरी को पटियाला हाउस कोर्ट में खुद पर हुए हमले की पूरी घटना को बताया है. लगभग चार मिनट के इस वीडियो में कन्हैया ने कहा कि जैसे ही उसे कोर्ट लाया जाता है सबसे पहले मीडिया वालों ने उसे घेर लिया और पुलिसवाले किसी तरह मुझे लेकर आगे बढ़ी.
कन्हैया ने बताया कि उसे याद नहीं कि वो कोर्ट में किस नंबर गेट से अंदर गया, लेकिन जैसे ही वह कोर्ट के गेट में घुसता है वकील की वर्दी पहने एक भीड़ ने उसे घेर लिया और उस पर हमला करने लगा और अपने साथियों को भी बुलाने लगा.
उसका कहना है कि इस दौरान पुलिस पर भी हमला हुआ. कन्हैया का आरोप है कि यह हमला पहले से ही आयोजित किया गया था, क्योंकि जैसे ही वह कोर्ट पहुंचा तो हमला करने वाले वकीलों ने आवाज देकर और लोगों को बुलाना शुरु कर दिया. इस वीडियो के मुताबिक कन्हैया ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त की गई एसआईटी के सामने भी ये बात रखी कि उसने हमलावरों को पहचान लिया था और उन्हीं में से एक कोर्ट रूम में जा कर बैठ गया.
कन्हैया इस वीडियो में बता रहा है कि हमले में उसके कपड़े फट गए, उसकी पैंट उतर गई और चप्पल निकल गई, लेकिन वहां मौजूद पुलिसवाले उसे बचा नहीं सके. इसके बाद कन्हैया ने बताया कि उसने मामले की सुनवाई कर रहे जज से कहा कि मैं जेएनयू का छात्र हूं. पीएचडी कर रहा हूं. मेरे ऊपर देशद्रोह का आरोप लगाया जा रहा है. मैं पहले भी कह चुका हूं कि मुझे भारतीय संविधान पर पूरी तरह आस्था है. मेरे खिलाफ मीडिया ट्रायल चल रहा है. जज साहब ने पूरी बात सुनी और कहा कि हम मामले को देखते हैं और साथ ही ये भी इसका इलाज कराने के लिए डॉक्टर को यहीं बुला लो बाहर ले जाओगे तो फिर हमला हो सकता है.
क्या है मामला?
बता दें कि 17 फरवरी को कोर्ट में पेशी के दौरान हुए कन्हैया पर हुए हमले के बाद सुप्रीम कोर्ट ने इसे गंभीरता से लेते हुए कोर्ट परिसर में सुरक्षा की जांच के लिए वकीलों की एक समिति भेजी और मामले की सुनवाई को स्थगति करने का आदेश दिया था. इस मामले में वकीलों का नाम सामने आने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने जांच के लिए एक एसआईटी का भी गठन किया है. बताया जा रहा है कि कन्हैया ने इसी एसआईटी को कोर्ट परिसर में खुद पर हुए हमले के बारे में ये बातें बताईं हैं.