वाराणसी. संत रविदास जयंती के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समारोह में हिस्सा लेने के लिए रविवार रात ही वाराणसी पहुंच चुके हैं. मोदी संत रविदास जयंती के अवसर पर अपने संसदीय क्षेत्र में स्थित सिर गोवर्धन मंदिर में मत्था टेकने पहुंच गए है. इसके अलावा वह बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) में दीक्षांत समारोह में भी शिरकत करेंगे.
वाराणसी में 15 घंटों का वक्त बिताएंगे मोदी
पीएम मोदी का एयरपोर्ट पर उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक और उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री दुर्गा प्रसाद यादव और दूसरे बीजेपी नेताओं ने उनकी अगवानी की. प्राप्त जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री अपने संसदीय क्षेत्र में 15 घंटों का वक्त बिताएंगे. मोदी रविवार रात 10 बजकर 10 मिनट पर कोलकाता से बाबतपुर पहुंचेंगे. इसके बाद सोमवार को 1 बजकर 20 मिटर पर यहां से विमान में बैठकर दिल्ली के लिए निकल जाएंगे.
BHU के दीक्षांत समारोह में लेंगे हिस्सा
समारोह के बाद मोदी गंगा में डुबकी लगाने के बाद काशी विश्वनाथ मंदिर जा सकते हैं. इसके अलावा मोदी बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में भी शिरकत करेंगे. जहां वह दीक्षांत समारोह में शिरकत करेंगे. इस बात की जानकारी केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारित राज्य मंत्री विजय सांपला ने की. सांपला ने बताया कि पीएमओ के प्रशासन के मिले प्रोटोकॉल में पहले कई कार्यक्रम शामिल नहीं थे. इसके अलावा कमिश्नर नितिन गोकर्ण ने भी कार्यक्रम में बदलाव की पुष्टि की है.
नहीं लेंगे डॉक्टरेट की डिग्री
बीएचयू यूनिवर्सिटी के अधिकारियों ने प्रधानमंत्री को मानद डॉक्टरेट की उपाधि से विभूषित करने की इच्छा जताई थी. हालांकि पीएम मोदी ने इस पेशकश को ठुकरा दिया. उन्होंने कहा कि इस तरह की डिग्री हासिल करने की उनकी कोई नीति नहीं है. प्रधानमंत्री वाराणसी हवाई अड्डे से सोमवार को दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे.
मोदी रविदास संप्रदाय के प्रवासी भारतीयों से भी करेंगे मुलाकात
प्रधानमंत्री ‘रविदास’ संप्रदाय के प्रवासी भारतीयों से भी मुलाकात कर सकते हैं, जिसमें मुख्यत: पंजाब के सिख हैं, जो वाराणसी में जन्मे आध्यात्मिक कवि के अनुयायी हैं. मंदिर के निर्माण में समुदाय ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और प्रत्येक वर्ष पूर्वी उत्तर प्रदेश के इस शहर में श्री रविदास की जयंती मनाई जाती है, जिसमें पंजाब से बड़ी संख्या में श्रद्धालु शिरकत करते हैं.