जेएनयू विवाद पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र एक लिखा है. केजरीवाल ने पीएम मोदी को लिखा है कि जेएनयू में देशविरोधी नारेबाजी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन इसके नाम पर बेगुनाहों को हिरासत में नहीं लिया जाना चाहिए. राष्ट्रवाद के नाम पर खौफ पैदा नहीं किया जा सकता.
नई दिल्ली. जेएनयू विवाद पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र एक लिखा है. केजरीवाल ने पीएम मोदी को लिखा है कि जेएनयू में देशविरोधी नारेबाजी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन इसके नाम पर बेगुनाहों को हिरासत में नहीं लिया जाना चाहिए. राष्ट्रवाद के नाम पर खौफ पैदा नहीं किया जा सकता.
केजरीवाल ने अपने पत्र में लिखा है कि जेएनयू एक प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान है और इसके छात्रों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी नाम कमाया है. एकाध हादसों के बहाने इसे आंतकवादियों के अड्डे के रूप में प्रचारित किया जाना बेहद गलत होगा. यह संवैधानिक संस्थाओं को डराकर अपने इशारों पर चलाने जैसा है.
केजरीवाल ने पटियाला हाउस कोर्ट में कन्हैया की पेशी के दौरान हुए हंगामे पर भी पीएम मोदी का ध्यान खींचा है. उन्होंने लिखा है कि कोर्ट परिसर में बीजेपी विधायक ओपी शर्मा ने मारपीट की है. यह भी खबर आई है कि उन्होंने बंदूक रहने पर जान से मार देने की बात कही है. केजरीवाल ने लिखा कि पीएम उन्हें बुलाकर डांट दें इससे बड़ा फर्क पड़ेगा. नहीं तो ओपी शर्मा अपने सिर पर केंद्र सरकार का हाथ समझते रहेंगे. इसका गलत संदेश जाएगा.
केजरीवाल ने इन सबके अलावा अपने पत्र में देशद्रोही नारेबाजी करने वाले दोषी छात्रों को चिन्हित कर उनपर कार्रवाई करने में अपना साथ देने की बात कही है. उन्होंने लिखा कि जेएनयू जैसे स्वायत्त संस्थाओं में राजनैतिक दखल बंद हो.