नई दिल्ली. देश में कई गंभीर मुद्दों जैसे पठानकोट में आतंकी हमले और जेएनयू विवाद को लेकर संसद में बजट सत्र के दौरान बहस बढ़ सकती है इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को विपक्ष से संपर्क कर एक सर्वदलीय बैठक बुलाई है.
बीते दो संत्रों का काफी समय बहस और हंगामे की भेट चढ़ गया और जानकारी के अनुसार इसी वजह से बजट सत्र को सुचारु रुप से चलाने के लिए यह सर्वदलीय बैठक बुलाई जा रही है.
बता दें कि बजट सत्र 23 फरवरी से शुरु हो रहा है और सरकार के प्रबंधक समय समय पर यह कहते आ रहे हैं कि तीन महीने तक चलने वाले बजट सत्र में जीएसटी विधेयक सरकार के एजेंडे में सर्वोपरि रहने वाला है.
सरकार के सूत्रों का कहना है कि मोदी ने प्रमुख राजनीतिक दलों के लोकसभा और राज्यसभा के नेताओं की बैठक बुलाई है. उनका कहना है कि यह सर्वदलीय बैठक नहीं है और इस सत्र में सरकार जिन विधेयकों को पेश करना चाहती है उन पर इस बैठक में चर्चा नहीं होगी.
एक सरकारी अधिकारी ने कहा, ‘‘वह (मोदी) दोनों सदनों को सुचारू रूप चलाने में सहयोग मांगेगे.’’ यह बैठक उस वक्त बुलाई गई है जब हाल ही में प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया था कि साल 2014 के लोकसभा चुनाव में मिली हार का बदला लेने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कई मौकों पर संसद को बाधित किया है.