नई दिल्ली. जर्मनी के रिफ्यूजी कैंप में फंसी गुरप्रीत गुरुवार सुबह भारत आ गईं हैं. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने जर्मनी में फंसी भारतीय महिला गुरप्रीत को मदद का भरोसा दिया था. इसके बाद उन्हें भारत लाया गया है.
भारत आने के बाद गुरप्रीत ने क्या कहा?
जर्मनी से भारत आने के बाद गुरप्रीत एयरपोर्ट से बाहर आते ही मेरा भारत महान के नारे लगाए. उन्होंने INDIA NEWS को धन्यवाद देते हुए कहा कि मैं अभी अपने पिता के घर जा रही हूं. मैं अब भारत में जिउंगी और भारत में ही मरूंगी. मेरे साथ बहुत बुरा हुआ है, अभी मैं कुछ बोलने की कंडिशन में नहीं हूं.
सुषमा ने क्या कहा और किया?
सुषमा ने कहा कि फ्रैंकफर्ट में भारतीय महावाणिज्य दूतावास इस मामले को देखेगा और इस बारे में उनके (महिला) पिता से भी बात की जा चुकी है और जल्द से जल्द उन्हें भारत लाने की कोशिश की जा रही है.
सुषमा ने ट्वीट किया, ‘हम गुरप्रीत और उसकी बेटी को रिफ्यूजी कैंप से फ्रेंकफर्ट के अपने महावाणिज्य दूतावास लेकर आए हैं.’ उन्होंने कहा कि गुरप्रीत और उनकी बेटी गुरुवार सुबह लगभग साढे़ नौ बजे उड़ान संख्या एआई 120 से फ्रेंकफर्ट से नई दिल्ली पहुंचेगी.
बता दें कि ट्विटर पर गुरप्रीत ने एक वीडियो डाला है जिसमें उसने आरोप लगाया है कि उसे और उसकी सात साल की बेटी को उसके पति के परिवार ने एक शरणार्थी शिविर में रखवा दिया था और वह अब भारत आना चाहती है.