मैं मंत्री बनूंगा या मुख्यमंत्री यह फैसला पीएम मोदी करेंगे: सोनोवाल

केंद्रीय खेल मंत्री और असम विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी के मुख्यमंत्री पद के प्रत्याशी सर्वानंद सोनोवाल ने कहा है कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर है कि वह उनके केंद्रीय मंत्री बने रहने के बारे में क्या फैसला करते हैं. 12वें दक्षिण एशियाई खेलों का जिंगल और इंडिया पोस्ट का 'स्पेशल कवर' एवं 'माई स्टैंप' जारी करने के बाद सोनोवाल ने कहा, "यह (उनका केंद्रीय मंत्री बने रहना) प्रधानमंत्री की इच्छा पर निर्भर है न कि मेरी निजी पसंद पर."

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मैं मंत्री बनूंगा या मुख्यमंत्री यह फैसला पीएम मोदी करेंगे: सोनोवाल

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  • February 3, 2016 5:28 am Asia/KolkataIST, Updated 9 years ago
शिलांग. केंद्रीय खेल मंत्री और असम विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी के मुख्यमंत्री पद के प्रत्याशी सर्वानंद सोनोवाल ने कहा है कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर है कि वह उनके केंद्रीय मंत्री बने रहने के बारे में क्या फैसला करते हैं. 12वें दक्षिण एशियाई खेलों का जिंगल और इंडिया पोस्ट का ‘स्पेशल कवर’ एवं ‘माई स्टैंप’ जारी करने के बाद सोनोवाल ने कहा, “यह (उनका केंद्रीय मंत्री बने रहना) प्रधानमंत्री की इच्छा पर निर्भर है न कि मेरी निजी पसंद पर.” 
 
सोनोवाल को 28 जनवरी को बीजेपी संसदीय बोर्ड ने असम में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी का मुख्यमंत्री पद का प्रत्याशी घोषित किया था. वह असम बीजेपी के अध्यक्ष भी हैं. उनके अध्यक्ष रहने के दौरान 2014 के आम चुनाव में असम में बीजेपी ने राज्य की 14 संसदीय सीट में से 7 पर जीत हासिल की थी.
 
सोनोवाल ने कहा कि असम गण परिषद समेत कई क्षेत्रीय दलों से एनडीए में शामिल होने पर बातचीत जारी है. सोनोवाल ने कहा कि राज्य में लोग कांग्रेस के 15 साल के कुशासन से त्रस्त हैं. उन्होंने कहा, “असम के लोग बीजेपी की विजय सुनिश्चित करेंगे. हम भारी जीत की उम्मीद कर रहे हैं.” उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने लोगों को धोखा दिया है. राज्य में विकास नजर नहीं आ रहा है.
 
उन्होंने कहा कि समग्र विकास के लिए पूर्वोत्तर के लोग बीजेपी की तरफ खिंच रहे हैं. सोनोवाल ने कहा, “अगर हम पीछे देखें तो पाएंगे कि वाजपेयी के दौर में यह बीजेपी सरकार थी जिसने पूर्वोत्तर के चौतरफा विकास के लिए अलग से मंत्रालय का गठन किया था.”
 
उन्होंने कहा कि युनाइटेड फ्रंट ऑफ असम (उल्फा) के साथ शांति वार्ता को लेकर सरकार बहुत संजीदा है और उसकी कोशिश इस प्रक्रिया से सकारात्मक नतीजे निकालने की है. 

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