नई दिल्ली. केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी के कन्या भ्रूण हत्या पर दिए गए बयान पर सफाई देते हुए उनके मंत्रालय ने कहा कि उनके बयान को लेकर कुछ समाचार पत्रों में गलत तथ्य प्रकाशित किए गए हैं.
मंत्रालय के बयान के मुताबिक, “कुछ समाचार पत्रों में खबर दी गई है कि मेनका गांधी ने कन्या भ्रूण हत्या पर नजर रखने और भ्रूण के लिंग पंजीयन के बारे में मंत्रिमंडल के एक प्रस्ताव का जिक्र किया था. यह खबर तथ्यात्मक रूप से गलत है.”
बयान के मुताबिक, “मेनका गांधी ने कहा था कि लिंग जांच को लेकर एक अन्य दृष्टिकोण यह है कि अगर प्रत्येक गर्भावस्था को पंजीकृत किया जाए और माता-पिता को भ्रूण का लिंग बता दिया जाए तो ऐसी स्थिति में भ्रूण कन्या का होने पर प्रसव की निगरानी की जानी चाहिए और उसे दर्ज किया जाना चाहिए. ऐसी व्यवस्था कन्या भ्रूण होने की स्थिति में गर्भपात को रोकने में मददगार होगी.”
बयान के मुताबिक, “उन्होंने खासतौर पर कहा था कि इस मुद्दे पर चर्चा की जानी चाहिए और उन्होंने मीडिया को इस बारे में अपनी राय देने को कहा था. साफ किया जा रहा है कि इस स्तर पर इस मुद्दे पर किसी औपचारिक प्रस्ताव पर विचार नहीं किया जा रहा.”
बता दें कि मेनका ने एक फरवरी को ‘अखिल भारतीय क्षेत्रीय संपादक’ सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कहा था कि उनके विचार में एक गर्भवती महिला को जरूर बताया जाना चाहिए कि उसके गर्भ में लड़की है या लड़का. उसके बाद प्रसव पर निगरानी रखने के लिए इस तथ्य को दर्ज किया जाना चाहिए.