कोयम्बटूर. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आश्वासन दिया है कि दलितों को शिक्षा और नौकरियों में मिलने वाले आरक्षण में कोई कटौती नहीं की जाएगी. प्रधानमंत्री ने विपक्षी दलों पर झूठ फैलाने और केंद्र में उनकी सरकार को कामकाज न करने देने का आरोप भी लगाया.
‘चाय बेचने वाला देश का शासन चला रहा है’
पीएम मोदी ने कहा कि यह बात विपक्षी दलों के गले से नीचे नहीं उतर पा रही कि एक चाय बेचने वाला, गरीब महिला का बेटा देश का शासन चला रहा है और पिछले 60 सालों में जो नहीं हो सका ऐसे काम कर रहा हैं. विपक्षी दलों पर सरकार के खिलाफ झूठ फैलाकर दलितों को उकसाने का आरोप लगाते हुए मोदी ने दलितों के लिए आरक्षण को आगे भी जारी रखने का आश्वासन दिया.
‘लंदन में अंबेडकर के घर को स्मारक बनाया’
प्रधानमंत्री बनने के बाद कोयम्बटूर में मोदी की यह पहली जनसभा थी. केंद्र सरकार द्वारा भव्य तरीके से बी. आर. अंबेडकर की 125वीं जयंती मनाए जाने का हवाला देते हुए मोदी ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने लंदन में वह मकान खरीद लिया है, जिसमें अंबेडकर छात्र जीवन के दौरान रहे थे और उस इमारत को स्मारक बना दिया गया है.
कांग्रेस पर साधा निशाना
मोदी ने हालांकि जनसभा के दौरान आगामी विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी की रणनीति पर कोई बात नहीं की और केंद्र में विपक्षी पार्टियों पर ही निशाना साधते रहे. उन्होंने कहा कि बीजेपी जब से सत्ता में आई है कोई घोटाला नहीं हुआ है, जबकि दो साल पहले ही ऐसी स्थिति नहीं थी और हर समाचार चैनल पर सरकारी घोटाले छाए हुए थे.
‘विपक्ष संसद नहीं चलना चाहती’
प्रधानमंत्री ने कहा, “विपक्षी पार्टियां राज्यसभा में अहम विधेयकों को बाधित कर अपना गुस्सा निकाल रही हैं, जबकि ये योजनाएं गरीबों के फायदे के लिए हैं.” उन्होंने कहा, “देश में ढेरों कानून हैं और गरीब कानूनी लड़ाई में ही उलझे हुए हैं. हमने 700 ऐसे कानून हटा दिए, लेकिन राज्यसभा में विपक्षी पार्टियां हमें ऐसा नहीं करने दे रहीं.”
‘श्रमिकों के लिए अधिक बोनस’
उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियां बोनस अधिनियम में संशोधन नहीं होने दे रहीं और श्रमिकों को अधिक बोनस राशि से वंचित कर रही हैं, जबकि श्रमिकों को इस समय मिल रहा बोनस इतना कम है कि वे अपने बच्चों के लिए मिठाई तक नहीं खरीद सकते.
‘काला बाजारी खत्म हुई’
मोदी ने कहा, “अब कोई भी मुख्यमंत्री मुझसे यूरिया की मांग नहीं कर रहा. देश को आजादी मिलने के बाद पहली बार यूरिया की काला बाजारी नहीं हुई है.”