चेन्नई : तमिलनाडु में भारतीय जनता पार्टी को बड़ा झटका लगा. बीजेपी के 13 पदाधिकारियों ने इस्तीफा दे दिया है. ये सभी पदाधिकारी NDA की सहयोगी पार्टी AIADMK ( ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम ) में शामिल हो गए है. इसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने AIADMK पर गठबंधन धर्म के उल्लंघन का आरोप लगाया था. बीजेपी के पदाधिकारियों के इस्तीफे के बाद दोनों पार्टियों में काफी तनाव बढ़ गया था. इसी बीच पार्टी के वरिष्ठ नेता डी जयकुमार ने सफाई दी है. डी जयकुमार ने कहा कि आगामी होने वाला लोकसभा चुनाव हम साथ लड़ेंगे. कुछ नेता हमारे गठबंधन को लेकर बयानबाजी कर रहे है लेकिन इस बयानबाजी से हमारे ऊपर कोई असर नहीं पड़ेगा.
कुछ दिन पहले भी भारतीय जनता पार्टी के 5 नेताओं ने इस्तीफा दिया था. जिनमें आईटी विंग के चीफ निर्मल कुमार भी शामिल थे. सीटीआर निर्मल कुमार ने अन्नामलाई पर डीएमके मंत्री के साथ गुप्त समझौता करने का आरोप लगाए थे. इसके कुछ दिन बाद ही पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. फिर वे ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम चीफ पलानीस्वामी से मुलाकत की और पार्टी में शामिल हो गए. सोशल मीडिया पर पोस्ट कर निर्मल कुमार ने पार्टी के राज्य नेतृत्व पर पार्टी के कार्यकर्ताओं को दरकिनार करने और अन्नामलाई कर कई लोगों के खिलाफ निगरानी का भी आरोप लगाया था. पार्टी छोड़ने के बाद निर्मल कुमार ने कहा कि किसी ने मेरा शिकार नहीं किया है यह मेरा खुद का निर्णय है.
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अन्नामलाई ने कहा कि बीजेपी के नेता ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम में शामिल हुए है, यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण बात है. राज्य के द्रविड़ नेता सोचते है कि वे पार्टीयां चला रहे है और वे भाजपा का आसानी से शिकार बनाना चाहते है. इससे पता चल रहा है कि राज्य में भारतीय जनता पार्टी आगे बढ़ रही है.
अन्नामलाई के इस बयान पर ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम आईटी विंग के सचिव रामचंद्रन ने कहा कि एक बार बीजेपी को NOTA से भी कम वोट मिले थे. 2021 में बीजेपी के विधायक इसलिए चुनाव जीत पाए थे क्योंकि वे AIADMK के साथ लड़े थे. उन्होंने कहा कि AIADMK ने अपने दम पर चुनाव जीता था और हमे भाजपा के लोगों की जरूरत नहीं है.
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