नई दिल्ली. पठानकोट एयरबेस पर आतंकी हमले की जांच कर रही एनआईए को पंजाब पुलिस के एसपी सलविंदर सिंह को लेकर अब तक की जांच से ये पता चला है कि वो उस दिन वहां ड्रग्स तस्करों से पेमेंट लेने गए थे और आतंकवादियों को तस्कर गिरोह का आदमी समझकर ही रुके थे लेकिन आतंकियों ने उन्हें कब्जे में ले लिया.
एनआईए सूत्रों के मुताबिक एसपी सलविंदर सिंह को ड्रग्स तस्कर गिरोह से पेमेंट्स के लिए तीन-चार जगह के सिग्नल मिले थे. सीमा के इलाके में ड्रग्स तस्कर इसी तरह से एक साथ कई जगहों के सिग्नल देते हैं जिनमें एक सही होता है और बाकी गलत. पेमेंट से लेकर ड्रग्स को सीमा पार कराने में ये सिग्नल का तरीका अपनाया जाता है.
सूत्रों के मुताबिक सलविंदर सिंह की गाड़ी उनका ज्वैलर दोस्त ड्राइव कर रहा था. ये लोग तीन-चार सिग्नल वाली पहली जगहों में पहली जगह पर गए लेकिन वहां कोई नहीं मिला. दूसरी जगह पर इन्हें आतंकवादी मिले और इन लोगों ने तस्कर समझकर गाड़ी रोकी तो उन लोगों ने इन्हें कब्जे में ले लिया.
आतंकियों को थी सूचना कि सिक्योरिटी वाली गाड़ी उन्हें मिलेगी
सूत्रों के मुताबिक आतंकवादी उस समय तक सामान्य कपड़े में थे. सेना की वर्दी उन लोगों ने सलविंदर की गाड़ी के अंदर ही चेंज की. सूत्रों का कहना है कि आतंकवादियों को ये सूचना पहले से थी कि कोई सिक्योरिटी गाड़ी उन्हें मिलेगी लेकिन सलविंदर सिंह को ये जानकारी नहीं थी. सलविंदर को ड्रग्स तस्करों ने पेमेंट लेने और ड्रग्स की अगली खेप को सीमा पार कराने के लिए बातचीत के मकसद से बुलाया था.
एनआईए सूत्रों का कहना है कि सलविंदर और उनके साथियों से पूछताछ के साथ-साथ उसकी खुद की जांच-पड़ताल से उसे आतंकियों द्वारा एसपी की गाड़ी को कब्जा में लेने और फिर हमले का पूरा घटनाक्रम समझ में आ चुका है. एनआईए ने इस सिलसिले में अब तक 6 जगहों पर छापा मारा है और ई-मेल के अलावा महंगी घड़ियां और जेवरात जब्त किए हैं.