कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद और रणदीव सुरजेवाला ने राफेल डील को लेकर भारत सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार सुरक्षा का हवाला देकर इन विमानों की कीमत बताने से इन्कार कर रही है. कांग्रेस का कहना है कि सरकार ने रक्षा सौदे के मानकों का पालन नहीं किया है और राष्ट्रहित तथा देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया है.
नई दिल्लीः राफेल डील को लेकर कांग्रेस ने एक बार फिर मोदी सरकार पर निशाना साधा है. कांग्रेस ने एनडीए सरकार पर चुप्पी साधने का आरोप लगाते हुए पूछा कि भारत को आखिर अन्य देशों की तुलना में एक विमान के लिए 350 करोड़ रुपये ज्यादा क्यों देने पड़ रहे हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद और रणदीप सुरजेवाला ने संसद भवन में संवाददाताओं को संबोधित किया.
उन्होंने कहा कि ‘मोदी सरकार ने इस पूरे सौदे में पारदर्शिता को ताक पर रखा है, रक्षा सौदे के मानकों का पालन नहीं किया है और राष्ट्रहित तथा देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया है.’ उन्होंने कहा, ‘फ्रांस की जिस कंपनी से इन विमानों को खरीदा जा रहा है, उसने मिस्र तथा कतर को भी यही लड़ाकू विमान बेचे हैं. इन दोनों देशों को इन विमानों को उसने जिस कीमत पर बेचा है उसकी तुलना में भारत को प्रति विमान 350.90 करोड़ रुपये ज्यादा का भुगतान करना पड़ रहा है. इस तरह से 36 लड़ाकू विमानों के लिए देश को 12 हजार 632 करोड़ रुपये ज्यादा देने पड़ेंगे.’
उन्होंने कहा, ‘कंपनी ने 2016 की अपनी वार्षिक रिपोर्ट में इन विमानों की जो कीमत बतायी है, उसके अनुसार इन दोनों देशों को एक विमान 1319.80 करोड़ रुपये में बेचा गया है, जबकि भारत को यही विमान 1670.70 करोड़ रुपये में बेचा जा रहा है.’ कांग्रेस नेताओं ने मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि भारत सरकार देश की सुरक्षा का हवाला देकर इन विमानों की कीमत बताने से इन्कार कर रही है.
यह भी पढ़ें- कर्नाटक में बोले राहुल गांधी- रक्षा मंत्री खरीदते रहे मच्छी, मोदी जी ने राफेल का कॉन्ट्रैक्ट बदल दिया
कस्तूरबा से पहले ही 2 बार हो चुकी थी गांधीजी की सगाई, शुरू में बा पर लगाए कई प्रतिबन्ध
https://youtu.be/Ms1EoVG0UGM