दिल्ली यूनिवर्सिटी में आयोजित राम मंदिर सेमिनार में बीजेपी नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी के शिरकत करने के लेकर एनएसयूआई के छात्रों ने विरोध-प्रदर्शन किया हैं. यूनिवर्सिटी में आज से 'राम जन्मभूमि मंदिर: उभरता परिदृश्य' नाम के विषय पर दो दिनों के सेमिनार का आयोजन किया जा रहा है.
नई दिल्ली. दिल्ली यूनिवर्सिटी में आयोजित राम मंदिर सेमिनार में बीजेपी नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी के शिरकत करने के लेकर एनएसयूआई के छात्रों ने विरोध-प्रदर्शन किया हैं.
यूनिवर्सिटी में आज से ‘राम जन्मभूमि मंदिर: उभरता परिदृश्य’ नाम के विषय पर दो दिनों के सेमिनार का आयोजन किया जा रहा है. इस सेमिनार में बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी भी पहुंचे हैं. सेमिनार का एनएसयूआई और आइसा विरोध कर रहे हैं.
छात्रों ने साधा बीजेपी-आरएसएस पर निशाना
विरोध करने वाले छात्रों का कहना है कि इस तरह के कार्यक्रमों के जरिए बीजेपी और आरएसएस युवाओं की सोच बदलना चाहते हैं. छात्रों का कहना है कि इससे पहले इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में योगी आदित्यनाथ और जेएनयू में रामदेव को बुलाकर भी यही करने की कोशिश की गई थी.
स्वामी बोले, असहनशील हैं विरोध करने वाले छात्र
सुब्रमण्यन स्वामी का कहना है कि जो लोग इस सेमिनार के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं वो असहनशील हैं. हर साल एक न एक चुनाव है तो ऐसा नहीं कह सकते कि चुनाव के लिए है 99 फीसदी हिन्दू और मुस्लिम और ईसाई भी मंदिर के पक्ष में है.
स्वामी ने कहा कि मैंनें कई बातें कहीं और वो सही हुई हैं. राम मंदिर के खिलाफ कोई मामला नहीं है. मंदिर जरूर बनेगा. अगर लोग शांतिपूर्ण विरोध करते हैं तो ठीक है लेकिन हिंसा करेंगे तो ठीक नहीं होगा. स्वामी ने कहा हमने इस सेमिनार में ज्ञानी लोगों को बुलाया है जिसमें प्रोफेसर, वकील, राष्ट्रवादी शामिल हैं.