रायपुर. अंतागढ़ विधानसभा उप-चुनाव में बीजेपी से सौदेबाजी में नाम आने के बाद कांग्रेस ने पूर्व सीएम अजित जोगी के विधायक बेटे अमित जोगी को पार्टी से 6 साल के लिए निकाल दिया है. पार्टी ने पार्टी हाईकमान से अजित जोगी को भी निकालने की सिफारिश की है.
रायपुर में आज छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी की बैठक में सर्वसम्मति से अमित जोगी को पार्टी से 6 साल के लिए निकालने का फैसला लिया गया. अंतागढ़ विधानसभा उपचुनाव में सीट सौदेबाजी मामले में अमित का नाम आया था.
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस ने एक ऑडियो टेप जारी किया था जिसमें अमित जोगी, अजित जोगी और सीएम रमन सिंह के दामाद पुनीत गुप्ता कांग्रेस प्रत्यासी मंतूराम पवार को खरीदने की बात कर रहे हैं.
प्रदेश कांग्रेस ने अजित जोगी को भी पार्टी से निकालने की अनुशंसा केंद्रीय नेतृत्व को भेज दी है. कांग्रेस में अजित जोगी के भविष्य का फैसला अब पार्टी हाईकमान करेगी.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा कि अमित जोगी को निकालने का पार्टी को लाभ मिलेगा और पार्टी की छवि निखरेगी. उन्होंने कहा कि पार्टी में कई लोग आए और कई लोग गए, पार्टी वही हैं.
अंतागढ़ उपचुनाव को लेकर ये सनसनीखेज टेप सामने आने के बाद छत्तीसगढ़ कांग्रेस में अजित जोगी और अमित जोगी के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठ रही थी.
13 सितंबर, 2014 को बस्तर जिले के अंतागढ़ विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव हुआ था. इसमें कुल 13 उम्मीदवार मैदान में थे. लेकिन चुनाव से ऐन पहले कांग्रेस उम्मीदवार मंतूराम पवार ने नामांकन वापस ले लिया था जिससे बीजेपी का उम्मीदवार इस चुनाव को निर्विरोध जीत गया था.
ऑडियो टेप में कांग्रेस उम्मीदवार को मैदान छोड़ने के लिए 7 से 10 करोड़ रुपये की पेशकश की गई थी. इस टेप में पूर्व सीएम अजित जोगी, उनके विधायक पुत्र अमित जोगी, राज्य के सीएम रमन सिंह के दामाद और कांग्रेस उम्मीदवार मंतूराम पवार समेत कुछ जोगी समर्थकों की बातचीत थी.
मुख्यमंत्री रमन सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री अजित जोगी, कांग्रेस विधायक अमित जोगी और मंतूराम पवार इस टेप को ग़लत और मनगढ़ंत बता चुके हैं.