नई दिल्ली। वायु सेना के विशेष विमान C-17 ग्लोब मास्टर से 12 चीतों को भारत लाया गया है। बता दें ,दक्षिण अफ्रीका से सुबह 10 बजे चीते भारत की धरती पर उतर गए हैं और इन्हें ग्वालियर के एयरफोर्स बेस पर उतारा गया था। इन चीतों को 10 दिन के क्वारंटाइन में रहने के बाद […]
नई दिल्ली। वायु सेना के विशेष विमान C-17 ग्लोब मास्टर से 12 चीतों को भारत लाया गया है। बता दें ,दक्षिण अफ्रीका से सुबह 10 बजे चीते भारत की धरती पर उतर गए हैं और इन्हें ग्वालियर के एयरफोर्स बेस पर उतारा गया था। इन चीतों को 10 दिन के क्वारंटाइन में रहने के बाद कूनो नेशनल पार्क में अब छोड़ा जाएगा। अब भारत में कुल 20 चीते हो चुके है और इन 12 चीतों में सात नर और पांच मादा भी शामिल हैं। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव इन्हें कूनो नेशनल पार्क में ही इनके क्वारंटाइन बाड़ों में छोड़ा है और ठीक 10 दिन बाद इन्हें पार्क में छोड़ दिया जाएगा.
अधिकारियों ने बताया था कि चीतों के लिए रिजर्व में 10 क्वारंटाइन बाड़े बनाई गई है। भारतीय वन्यजीव कानूनों के अनुसार, देश में आने के बाद जानवरों को 30 दिनों तक अलग-थलग रखा जाना बेहद जरूरी होता है। गौरतलब है कि , पिछले साल सितंबर में नामीबिया से आठ चीतों को भारत लाया गया था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 सितंबर को अपने जन्मदिन पर कूनो नेशनल पार्क में इन्हें छोड़ा भी था।
भारत और दक्षिण अफ्रीका ने बीते साल जनवरी में अफ्रीकी देश से चीतों को लाने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर भी किया था और उन्हें कूनो में फिर से बसाया गया था। दुनिया के अधिकांश 7,000 चीते दक्षिण अफ्रीका, नामीबिया और बोत्सवाना में ही रहते हैं। नामीबिया में चीतों की सबसे अधिक आबादी होती है। चीता परियोजना प्रमुख एसपी यादव ने बताया था कि रात 8.30 बजे 12 चीतों ने जोहान्सबर्ग हवाईअड्डे से सी-17 ग्लोबमास्टर विमान से ग्वालियर हवाईअड्डे के लिए उन्होंने उड़ान भरी थी।
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