पठानकोट. पंजाब के पठानकोट में भारतीय एयरफोर्स के एयरबेस में रविवार को भी ब्लास्ट की आवाज सुनाई दी. इस ब्लास्ट बाद सुरक्षा एजेंसियां फिर से अलर्ट हो गईं हैं और एनआईए की पूरी टीम यहां पहुंच गई है. बाद में खबर आई कि ये ब्लास्ट बम को डिफ्यूज करने के दौरान हुआ था, बम को डिफ्यूज करने में 11 जवान भी जख्मी हो गए हैं. जवान को हॉस्पिटल पहुंचा दिया गया है फिलहाल वो खतरे से बाहर है.
शनिवार को हमले में पांचों आतंकियों को जवानों ने ढ़ेर कर दिया था. इस दौरान तीन जवान शहीद हो गए हैं और चार अन्य सुरक्षाकर्मी घायल भी हो गए हैं.
कब हुआ हमला?
आतंकियो ने हमला भारतीय एयरफोर्स के एयरबेस पर तड़के 3:30 बजे हुआ था.
खुफिया सूत्रों ने बताया कि ये आतंकी 30 दिसंबर को गुरदासपुर से लगी सरहद से भारत में दाखिल हुए थे.
ये लैंड क्रूजर और पजेरो गाड़ी से पठानकोट एयरबेस पहुंचे थे.
कहां से ट्रेनिंग लेकर आए थे?
आतंकी पाकिस्तान के बहावलपुर से ट्रेनिंग लेकर आए थे और ये अल रहमान नाम के ट्रस्ट से जुड़े थे. इनके हैंडलर मौलाना अशफाक अहमद और हाजी अब्दुल शकूर है. ये सभी अपने हैंडलर से फोन के जरिये लगातार संपर्क में थे. इन आतंकियों को बीते छह महीनों से इस हमले को अंजाम देने के लिए पाकिस्तान में ही ट्रेनिंग दी जा रही थी.
AK-47 और हैंड ग्रेनेड से लैस थे आतंकी
इन आतंकियों के पास AK-47, हैंड ग्रेनेड, जीपीएस समेत भारी मात्रा में गोला बारूद था. इसी वजह से इन्होंने लैंड क्रूजर और पजेरो जैसी गाड़ियों का इस्तेमाल किया था.