जम्मू. बॉलिवुड एक्टर अनुपम खेर ने कश्मीरी पंडितो से कहा है कि वह अपने जख्मों को हरा रखें, ताकि अपने अधिकारों, खासकर कश्मीर घाटी में अपने पुनर्वास के लिए फिर से लड़ सकें. उन्होंने कश्मीरी पंडितो को सलाह दी कि वे अपने बच्चों के कश्मीरी भाषा सिखाएं. इससे आपके बच्चे अपना घर को महसूस कर सकें.
खेर ने आगे कहा कि कश्मीर से जिस दिन संविधान का अनुच्छेद 370 हटेगा और कश्मीर भी अन्य राज्यों की तरह हो जाएगा उस दिन कश्मीर समस्या सुलझ जाएगी. कश्मीरी पंडितो को प्रगती से कोई नहीं रोक सकता, उन्हें अपने जख्म हरे रखने होंगे ताकि वो आपको आगे का रास्ता दिखा सकें, अपने अधिकार दिला सकें, खासकर कश्मीर घाटी में अपने पुनर्वास के लिए फिर से लड़ सकें.
अनुपम खेर ने आगे कहा कि उन्हें मोदी भक्त कहलाने में कोई शर्म नहीं है क्योंकि पंडित जवाहर लाल नेहरू और लाल बहादुर शास्त्री के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं जो डंके की चोट पर विदेशों में भारत के मसले उठा रहे हैं. वह भारतीय होने पर गर्व की भावना पैदा कर रहे हैं जबकि मनमोहन सिंह ऐसा नहीं कर सके थे. अचानक लाहौर जाने के मोदी के कदम की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि परिवार के मुखिया के तौर पर उन्होने अच्छा प्रयास किया. उन्हें दोनों देशों के बीच सम्बन्ध सुधारने का मौका दिया जाना चाहिए.
खेर ने कहा, ‘जहां तक मिश्रित टाउनशिप की बात है, मैं निश्चित रूप से पृथक बस्ती के विचार का समर्थन करता हूं, कश्मीर में कश्मीरी पंडित कॉलोनियों को स्थापित होने दीजिए और इसके बाद अन्य लोग बसना चाहते हैं तो उन्हें बसने दीजिए.’