नई दिल्ली. दिल्ली पुलिस ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार खिलाफ एक्साइज एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है. सीबीआई जांच में दिल्ली के मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार के खातों में 28 लाख रुपये होने का पता चला है. सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, उनके साथी और दूसरे आरोपी एके दुग्गल के ठिकानों से एक करोड़ 66 लाख के फिक्स डिपोजिट के कागजात मिले हैं.
घर से मिलीं विदेशी शराब की बोतलें
मंगलवार को छापे के दौरान राजेंद्र कुमार के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी के घर से सीबीआई को विदेशी शराब की कई बोतलें मिली थीं. सीबीआई ने इस मामले में न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी थाने और एक्साइज डिपार्टमेंट को सूचना दी. मौके पर पहुंचे एक्साइज इंस्पेक्टर ने तय पैमाने से ज्यादा शराब की बोतलें राजेंद्र कुमार के घर में पाई. जेंद्र कुमार के घर से छह बोतल सिवास रिगल, 3 ब्लैक लेवल, 1 ब्लैक डॉग, 1 ग्लैंडफिडिस, 1 ग्लैनमोरगल, 1 टीचर्स और सात महंगी शराब की खुली बोतलें भी बरामद की गई हैं. पुलिस ने शराब जब्त कर ली है.
क्यों हो रही है कार्रवाई
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के टॉप ऑफिसर राजेंद्र कुमार पर सीबीआई की रेड के पीछे हैं ‘आप’ पार्टी के प्रोजेक्ट ‘दिल्ली डॉयलॉग कमीशन’ से जुड़े रहे आशीष जोशी. जोशी ने ही केजरीवाल के प्रिंसिपल सेक्रेट्री राजेंद्र कुमार की शिकायत की थी. इसके बाद ही दिल्ली सचिवालय स्थित सीएम कार्यालय पर सीबीआई द्वारा छापेमारी की गई. राजेंद्र पर आरोप है कि उन्होंने अपने पद का दुरूपयोग कर कुछ ख़ास कंपनियों को ही सारे सरकारी ठेके दे दिए.
बता दें कि जोशी को केजरीवाल ने अप्रैल में दिल्ली डॉयलॉग कमीशन के सदस्य और सचिव पद से हटा दिया था. इस कमीशन का उद्देश्य गुड गर्वनेंस की दुनियाभर के सबसे बेहतरीन चलनों, नियमों और कानूनों से सरकार को अवगत करवाना था. इसका काम नए और बड़े तौर-तरीकों से आप पार्टी को अवगत करवाना था. इसके बाद कमीशन के हेड खुद केजरीवाल बने और आशीष खेतान को इसका वाइस चेयरपर्सन बनाया गया.
जोशी ने आप सरकार पर कई आरोप लगाए हैं. जोशी का कहना है कि सरकार अपने अंदर ही व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही. उन्होंने जुलाई में शिकायत दी जिसमें आरोप लगाया गया कि राजेंद्र कुमार ने टेंडर के बिना ठेके हासिल करने के लिए अपने दोस्तों के साथ मिलकर एक कंपनी बनाई है जिससे सरकार को खासा नुकसान हो रहा है.