नई दिल्ली. सीबीआई ने दिल्ली सचिवालय में छापेमारी के बाद मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार के खिलाफ पद का दुरूपयोग करने के आरोप में एक केस दर्ज किया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक जांच एजेंसी को छापेमारी के दौरान 2.5 लाख रुपए और तीन प्रोपर्टी के दस्तावेज भी मिले हैं.
छापेमारी के दौरान सचिवालय में किसी भी अधिकारी-कर्मचारी को अंदर और बाहर आने की इजाजत नहीं दी गई.
घर समेत 6 जगहों पर छापा:
दिल्ली सचिवालय में प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार और उनके घर पर छापेमारी की. इसके साथ ही जांच एजेंसी ने दिनेश गुप्ता, एके दुग्गल, जीके नंदा, आरएस कौशिश और एस कुमार के ठिकानों को मिलाकर छह जगहों पर छापेमारी की.
दिल्ली डायलॉग के पूर्व सचिव आशीष कुमार की शिकायत पर हुई कार्रवाई:
सीबीआई का का कहना है कि दिल्ली डायलॉग के पूर्व सचिव आशीष जोशी ने राजेंद्र कुमार के खिलाफ शिकायत की थी, जिस पर उसने एक्शन लिया है. राजेंद्र कुमार पर पद पर रहते हुए कई कंपनियां बनाकर सरकार से फायदा लेने का आरोप है.
वहीं केजरीवाल कहना है कि अगर राजेंद्र को लेकर ऐसे शिकायतें थी तो इसकी जानकारी एजेंसी ने उन्हें क्यों नहीं दी.
सीएम केजरीवाल ने बताया इसे साजिश:
छापेमारी को केंद्र सरकार की साजिश बताते हुए केजरीवाल ने कहा कि ‘जब मोदी मुझसे राजनीतिक तौर पर नहीं निपट पाए तो उन्होंने इस कायरता का सहारा लिया. पीएम कायर हैं.’
आप नेता आशुतोष ने भी केंद्र सरकार और नरेंद्र मोदी को घेरने की कोशिश की. उन्होंने इस छापेमारी को तानाशाही करार देते हुए कहा कि केंद्र सरकार सीबीआई का दुरुपयोग कर रही है.