नई दिल्ली. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शीतकालीन सत्र के बेकार जाने पर कांग्रेस को नसीहत देते हुए कहा है कि संसद की कार्रवाई को नहीं चलने देने वालों को एक बार पंडित जवाहर लाल नेहरु को जरुर पढ़ लेना चाहिए. उन्होंने यह बात अपने फेसबुक अकाउंट पर लिखी है.
जेटली ने पोस्ट में पंडित नेहरू के 28 मार्च 1957 को लोकसभा के पहले दिन दिए गए भाषण को भी लिखा है जिसमें नेहरू जी ने कहा था, ‘इस देश में रहने वाले करोड़ों लोगों का भविष्य तय करने वाली इस संप्रभु संस्था का कि इस सदन का सदस्य होना अपने आप में ही बहुत बड़ी जिम्मेवारी है क्योंकि यहां देश के लोगों का भविष्य तय होता है.’
इस सत्र में भी अटक जाएंगे कई बिल
जेटली ने पिछले सत्र के खराब जाने की बात रखते हुए कहा कि शीतकालीन सत्र हंगामे की चपेट में आ गया है जिसकी वजह से सरकार के कई बिल फिर से अटके रह जाएंगे खासतौर पर जीएसटी बिल.
जेटली लिखा कि कांग्रेस हालात का फायदा उठा रही है क्योंकि राज्यसभा में कांग्रेस की सहमति के बिना कोई बिल पास नहीं हो सकता. कांग्रेस ने जीएसटी पर बदलाब की मांग रखी थी जिसमें से हमने कुछ मान भी लिए लेकिन पीएम मोदी के साथ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात का कोई फायदा नहीं हुआ.