चेन्नई: चैरिटी के नाम पर Uber और Zomato का ओछा धंधा

एक तरफ चेन्नई में जारी भारी बारिश के बाद आई बाढ़ से लाखों लोग अपने घरों में बिना खाने-पीने और बिजली के बंदी बनकर रह गए हैं तो दूसरी तरफ कई प्राइवेट कंपनियां इस आपदा के समय में भी अपनी पब्लिसिटी करने में लगी है. होम डिलवरी फ़ूड प्रोवाइड कराने वाली कंपनी ज़ोमेटो और टैक्सी सर्विस उबर को अपनी इन्हीं हरक़तों के चलते सोशल मीडिया पर लोगों की आलोचना का शिकार होना पड़ा है.

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चेन्नई: चैरिटी के नाम पर Uber और Zomato का ओछा धंधा

Admin

  • December 5, 2015 11:14 am Asia/KolkataIST, Updated 9 years ago
चेन्नई. एक तरफ चेन्नई में जारी भारी बारिश के बाद आई बाढ़ से लाखों लोग अपने घरों में बिना खाने-पीने और बिजली के बंदी बनकर रह गए हैं तो दूसरी तरफ कई प्राइवेट कंपनियां इस आपदा के समय में भी अपनी पब्लिसिटी करने में लगी हैं. होम डिलवरी फ़ूड प्रोवाइड कराने वाली कंपनी ज़ोमेटो और टैक्सी सर्विस उबर को अपनी इन्हीं हरक़तों के चलते सोशल मीडिया पर लोगों की आलोचना का शिकार होना पड़ा है.
 
ज़ोमेटो की हरकत पर उठे सवाल
कुक्ड फ़ूड की होम डिलीवरी देने वाली कंपनी ज़ोमेटो ने चेन्नई बाढ़ के लिए जारी राहत कार्यों में अपनी भूमिका निभाने के लिए एक स्पेशल ऑफ़र निकाला. इस ऑफ़र के मुताबिक ज़ोमेटो ने घोषणा की कि अगर कोई हमारे यहां से एक व्यक्ति का खाना खरीदेगा तो उसे एक व्यक्ति के लिए खाना फ्री दिया जाएगा. ज़ोमेटो ने तर्क दिया कि उनके किचन में काफी मात्रा में खाना मौजूद है और चेन्नई बाढ़ की वजह से परेशानी झेल रहे लोगों के लिए यह ऑफ़र निकाला गया है.
 
हालांकि सोशल मीडिया पर जैसे ही इस ऑफ़र की चर्चा शुरू हुई लोगों ने ज़ोमेटो के इस ऑफ़र को शक की नज़र से देखना शुरू कर दिया. लोगों का सवाल था कि अगर ज़ोमेटो की नीयत असल में ही मदद करने कि थी तो उसे किचन में ख़राब हो रहे खाने को बेचने की जगह लोगों को फ्री में बांट देना चाहिए था. लोगों ने इसे ज़ोमेटो की चेन्नई आपदा से भी मुनाफा कमाने की स्ट्रेटजी करार दिया. शक तब और पक्का हो गया जब अगले ही दिन ज़ोमेटो ने इस ऑफ़र को वापिस ले लिया. ज़ोमेटो के सीईओ और फाउंडर दीपेंदर गोयल लोगों के सवालों से इतना नाराज़ दिखे कि उन्होंने लोगों को सरेआम ट्विटर पर गालियों से नवाज़ दिया.
 
उबर पर भी उठे सवाल
अगली कहानी है उबर टैक्सी सर्विस की. उबर ने चेन्नई बाढ़ में फंसे लोगों की मदद के लिए बीते बुधवार और गुरूवार को चेन्नई में फ्री टैक्सी चलाने की घोषणा की. शुरूआत में तो लोगों ने इस फैसले की सराहना की लेकिन बाद में जब यह स्पष्ट हुआ कि इन दोनों दिन सरकार ने मौसम विभाग की सलाह के बाद एडवाइजरी जारी कर लोगों से सड़क से दूर रहने की अपील की थी तो लोगों ने सोशल मीडिया पर उबर की जमकर क्लास लगाई. लोगों का आरोप था कि उबर ने चेन्नई आपदा को भी फ्री पब्लिसिटी के एक मौके की तरह भुनाया और बहुत ही चालाक तरीके से उन्हीं दोनों दिनों को फ्री टैक्सी चलाने के लिए चुना. बता दें कि दोनों ही दिन सभी मुख्य सड़कों पर पानी के जमाव के चलते बुरा हाल था.
 
BSNL ने भी दिखाई चालाकी
एक तीसरी कहानी भारत सरकार के उपक्रम भारतीय संचार निगम लिमिटेड (BSNL) की भी है. BSNL ने चेन्नई आपदा के मद्देनज़र तमिलनाडु के लोगों के लिए 2 दिसंबर से किसी भी नेटवर्क पर लोकल, STD कॉल्स और मैसेजेस फ्री कर दिए. यहां तक कि डाटा प्लान्स भी फ्री कर दिए गए. हालांकि चेन्नई की असल स्थिति को देखते हुए इसका लोगों को कोई फायदा नहीं है क्योंकि ज्यादातर जगह बिजली नहीं है और जहां बिजली मौजूद भी है वहां मोबाइल नेटवर्क पूरी तरह ठप हैं. ऐसे में इस ऑफ़र से भी BSNL को पब्लिसिटी मिली लेकिन लोगों को कुछ हासिल नहीं हुआ. 
 
 
 

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