शरद यादव संविधान बनाते तो महिलाओं का क्या हश्र होता: स्मृति

केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने जेडीयू अध्यक्ष शरद यादव पर निशाना साधते हुए कहा है कि अगर शरद यादव जैसे लोग संविधान की मसौदा समिति में शामिल होते तो आज महिलाओं की क्या स्थिति होती.

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शरद यादव संविधान बनाते तो महिलाओं का क्या हश्र होता: स्मृति

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  • November 28, 2015 4:22 am Asia/KolkataIST, Updated 9 years ago

नई दिल्ली. केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने जेडीयू अध्यक्ष शरद यादव पर निशाना साधते हुए कहा है कि अगर शरद यादव जैसे लोग संविधान की मसौदा समिति में शामिल होते तो आज महिलाओं की क्या स्थिति होती.

स्मृति ईरानी ने संविधान पर बोलते हुए कहा कि आज शरदजी जैसे बहुत वरिष्ठ सांसदों ने एक बार फिर मुझे कहा कि बैठ जाओ, बैठ जाओ. कल्पना कीजिए कि इस तरह के नेता मसौदा समिति में अगर होते, तो क्या होता.

उन्होंने कहा कि भारत की नारी होने के नाते मैं इस बात की प्रशंसा करती हूं कि दुनिया के कई देशों में महिलाओं को जहां मतदान के अपने अधिकारों को हासिल करने के लिए संघर्ष करना पड़ा वहीं भारत में उन्हें यह अधिकार संविधान ने दिया.

स्मृति ने कहा कि क्या मुझसे कहा जाता कि आपका रंग सांवला है और आपके बाल छोटे हैं तो आपको मतदान का अधिकार नहीं है. उन्होंने कहा कि मुझे दिखाई दे रहा है कि मेरी बात से कुछ लोग परेशान हैं, लेकिन आज इस सदन में गिनाई गईं सामाजिक हकीकतों से अलग हमें इस सचाई को भी मानना होगा कि इस तरह की वास्तविकता के शिकार लोग केवल इस सदन के बाहर नहीं हैं, बल्कि हमने इसी सदन में भी यह देखा है.

महिलाओं पर दिया था बयान

इसी साल मार्च में शरद यादव ने केरल की महिलाओं पर उनके रंग को लेकर टिप्पणी की थी, जिसके बाद राज्यसभा में स्मृति ईरानी ने शरद के इस बयान का विरोध किया था और शरद ने स्मृति को कहा था कि मैं जानता हूं, आप क्या हैं.

 

 

 

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