मुंबई: भगवान राम और माता सीता की छवि देश में हर शख्स के मन में बसी हुई है। भगवान राम और माता सीता का नाम मात्र सुनने से ही चेहरे पर अलग तेज आ जाता है, क्योंकि हिन्दु मान्यताओं में इन नामों का और इन नामों से जुड़े भगवान राम और माता सीता का गहरा […]
मुंबई: भगवान राम और माता सीता की छवि देश में हर शख्स के मन में बसी हुई है। भगवान राम और माता सीता का नाम मात्र सुनने से ही चेहरे पर अलग तेज आ जाता है, क्योंकि हिन्दु मान्यताओं में इन नामों का और इन नामों से जुड़े भगवान राम और माता सीता का गहरा नाता है। परंतु कुछ लोगों ने भगवान राम और माता सीता की पावन छवि के साथ बुरी तरह छेड़छाड़ करने की कोशिश की है।
जानकारी के मुताबिक मामला IIT बॉम्बे के छात्रों से संबंधित है। 31 मार्च 2024 के दिन आईआईटी बॉम्बे के ओपन-एयर थिएटर में एक नाटक का मंचन हुआ था। इस नाटक का नाम ‘रामोवन’ था। आईआईटी बॉम्बे के छात्रों पर आरोप है कि उन्होंने भगवान राम और देवी सीता पर अपमानजनक नाटक का मंचन किया है। ‘रामोवन’ नामक नाटक रामायण पर आधारित है। इस नाटक ने कुछ छात्रों के एक वर्ग के विरोध को भड़का दिया। छात्रों ने आरोप लगाया है कि यह नाटक राम और सीता के साथ-साथ हिंदू धर्म के प्रति भी अपमानजनक है।
इस पूरे मामले को लेकर सबकुछ साफ करने के लिए 4 जून को IIT बॉम्बे ने नाटक में शामिल सभी छात्रों को पेनल्टी नोटिस भेजा था। इससे पूर्व नाटक से संबंधित 8 मई को संबंधित शिकायतों के मद्देनजर डिसीप्लीनरी कमिटी की बैठक आयोजित की गई थी। बैठक में नाटक से जुड़े छात्रों को बुलाया गया था। बैठक में छात्रों की दलील सुनने के बाद कमिटी ने छात्रों पर जुर्माना लगाने की सिफारिश की। आचार संहिता के उल्लंघन के लिए छात्रों पर आईआईटी बॉम्बे की अनुशासन समिति ने पहले भी जुर्माना लगाया है। इस मामले में अन्य छात्रों को भी आईआईटी ने दंडित किया है।
इस मामले में IIT बॉम्बे के छात्रों के खिलाफ भगवान राम और सीता का अपमान करने के लिए कड़ी कार्रवाई हुई। मामले में छात्रों पर जो जुर्माना लगाया गया है उसमें एक छात्र पर 1.2 लाख का जुर्माना है और जूनियर छात्रों पर 40,000 रुपये का जुर्माना है। मामले के आरोपी सभी छात्रों से हॉस्टल की सुविधा भी छीन ली गई है। इस जुर्माने की राशि एक सेमेस्टर की फीस के बराबर बताई जा रही है।
IIT बॉम्बे के छात्रों के खिलाफ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर यह नोटिस पर ‘आईआईटी बी फॉर भारत’ नामक कैंपस ग्रुप की ओर से शेयर किया गया है। नाटक में रामायण को अपमानजनक तरीके से प्रस्तुत करने को लेकर उनके पोस्ट के अनुसार यह बताया गया है कि भगवान राम, माता सीता और भगवान लक्ष्मण पर उपहास करने के लिए छात्रों ने एकेडमिक फ्रीडम का दुरुपयोग किया।
We welcome disciplinary action taken by the @iitbombay administration against those involved in the play ‘Raahovan,’ which depicted the Ramayana in a derogatory manner.
These students abused their academic freedom to mock Lord Ram, Mata Sita, and Lord Laxman.
We urge the… https://t.co/tVxzi0gplp pic.twitter.com/iVuGv4nDk9
— IIT B for Bharat (@IITBforBharat) June 19, 2024
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