मोदी के डिजिटल इंडिया प्लान को न्यूयॉर्क में मिली बड़ी सफलता

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सिलिकॉन वैली की यात्रा करने से पहले अमेरिका-भारत व्यापार परिषद (यूएसआईबीसी) ने डिजिटल भारत, स्टार्टअप भारत, स्टैंड अप इंडिया और कौशल भारत जैसी मोदी के प्रमुख कार्यक्रमों के प्रति समर्थन जताया है. यूएसआईबीसी ने एक बयान में कहा कि भारत को व्यापार की सुविधा के लिहाज से दुनिया के शीर्ष 50 देशों में शामिल करने की मोदी की योजना देश में विशाल मात्रा में विदेशी निवेश लाने में मददगार होगी.'

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मोदी के डिजिटल इंडिया प्लान को न्यूयॉर्क में मिली बड़ी सफलता

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  • September 26, 2015 4:33 am Asia/KolkataIST, Updated 9 years ago
न्यूयॉर्क. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सिलिकॉन वैली की यात्रा करने से पहले अमेरिका-भारत व्यापार परिषद (यूएसआईबीसी) ने डिजिटल भारत, स्टार्टअप भारत, स्टैंड अप इंडिया और कौशल भारत जैसी मोदी के प्रमुख कार्यक्रमों के प्रति समर्थन जताया है.  यूएसआईबीसी ने एक बयान में कहा कि भारत को व्यापार की सुविधा के लिहाज से दुनिया के शीर्ष 50 देशों में शामिल करने की मोदी की योजना देश में विशाल मात्रा में विदेशी निवेश लाने में मददगार होगी.’ 
 
व्यापार संघ के अध्यक्ष मुकेश अघी ने कहा, ‘परिषद और इसके सदस्य हर संभव तरीके से मोदी के कार्यक्रमों को सहयोग करने के लिए इच्छुक हैं.’ उन्होंने कहा, ‘हम मिलकर दोनों देशों के लिए रोजगार, अवसर और समृद्धि पैदा कर सकते हैं और यह हमारे संबंधों की संभावना और अवसरों दोहन करने का समय है.’ यूएसआईबीसी मोदी के स्वागत में शनिवार को कैलिफोर्निया के सैनजोश में रात्रिभोज देगा. यूएसआईबीसी ने कहा कि इस आयोजन में सिलिकॉन वैली की कंपनियों को मोदी के साथ मुलाकात करने और भारत के साथ भावी साझेदारी करने का अवसर देगा. 
 
अघी ने कहा, ‘मोदी इस मौके का उपयोग यह बताने में कर सकेंगे कि भारत कारोबार के लिए खुला हुआ है, खासकर प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में, जहां 100 अरब डॉलर का सूचना प्रौद्योगिकी उद्योग पहले से फल-फूल रहा है.’ उन्होंने कहा, ‘हम व्यापार की सुविधा के लिहाज से भारत को शीर्ष 50 देशों में शामिल करने की मोदी योजना का स्वागत करते हैं.’ उन्होंने कहा, ‘ऐसे माहौल से देश में निवेश बढ़ाने में मदद मिलेगी.’ डिजिटल भारत कार्यक्रम के बारे में उन्होंने कहा कि यह एक विशाल सोच है और देश में आर्थिक और सामाजिक विकास लाने की दृष्टि से महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा, ‘अमेरिका की और खासकर सिलिकॉन वैली की कंपनियां अपनी प्रौद्योगिकी, पूंजी, बौद्धिक संपदा की बदौलत में इसमें अत्यधिक योगदान कर सकती हैं.’ अघी ने कहा, ‘आज सिलिकॉन वैली की करीब 15 फीसदी कंपनियों की स्थापना भारतीयों ने की है.’
 
 

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