न्यूयॉर्क. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी न्यूयॉर्क पहुंच चुके हैं. यहां वे 24 और 25 सितंबर को न्यूयॉर्क में होंगे और 26 व 27 सितंबर को अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को का रुख करेंगे. पीएम के रूप में मोदी का यह अमेरिका का दूसरा दौरा होगा और पीएम बनने के बाद 16वीं विदेश यात्रा होगी. पिछली बार की अमेरिका यात्रा में पीएम मोदी ने व्यापार के सभी पहुलओं पर ध्यान खींचा था लेकिन इस बार मोदी की नजर सिलिकॉन वैली पर है.
सिलिकॉन वैली क्यों है महत्त्वपूर्ण?
मोदी का सिलिकॉन वैली जाने का मुख्य उद्देश्य वहां की टेक्नोलॉजी को भारत लाना है. यह जगह इस लिए भी ख़ास है क्योंकि सिलिकॉन वैली में भारतीय बहुत अधिक हैं. उत्तरी कैलीफॉर्निया में स्थित सिलिकॉन वैली में तकनीक की अधिकतर टॉप कंपनियां हैं. सिलिकॉन वैली में एडोबी, एप्पल, सिस्को, ईबे, फेसबुक, गूगल, एचपी, इंटेल, लॉकहीड मार्टिन, ओरेकल, सैनडिस्क, याहू जैसी बड़ी दिग्गज कंपनियों का मुख्यालय है. मोदी अपनी महत्वाकांक्षी योजनाओं ‘डिजिटल इंडिया’ , ‘मेक इन इंडिया’ ,’ स्टार्ट-अप इंडिया’ और ‘स्टैंड- अप इंडिया’ को पूरा करने के लिए इस वर्ग को रिझाने की कोशिश करेंगे.
बीबीसी कैपिटल में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक़, अमेरिका में भारतीय समुदाय की औसत सालाना आमदनी सबसे ज्यादा है. अमेरिका में रह रहे भारतीय साल में 86,135 डॉलर कमाते हैं जबकि अमेरिका की औसत आय 51,914 डॉलर सालाना है. इसके अलावा मोदी सिलिकॉन वैली में लगभग 26,000 लोगों को संबोधित करेंगे और मोदी का भाषण सुनने के लिए लगभग 45,000 लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया है.
किन-किन दिगज्जों से मुलाक़ात करेंगे मोदी?
प्रधानमंत्री मोदी कई टॉप सीईओ से मुलाक़ात करेंगे जिनमें गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई, माइक्रोसॉफ़्ट के सत्या नडेला, सैनडिस्क कंपनी के सीईओ संजय मेहरोत्रा, मार्क ज़ुकरबर्ग, टिम कुक शामिल हैं. इंटरनेट की दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई भारतीय मूल के हैं. माइक्रोसॉफ़्ट ने सत्या नडेला को अपना सीईओ बनाया है. जापान के टेलीकॉम मल्टीनेशनल सॉफ़्टबैंक ने गूगल के निकेश अरोड़ा को प्रेसीडेंट बनाया है जिन्होंने पढाई आईआईटी बीएचयू से की है. सैनडिस्क कंपनी के सीईओ संजय मेहरोत्रा भी भारतीय ही हैं जिनका जन्म कानपुर में हुआ था.