नई दिल्ली. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अचानक अमेरिका के राष्ट्रपति चुने गये डोनाल्ड ट्रंप आ गये हैं. लड़ाई चाचा शरद पवार और भतीजे अजित पवार की है और चर्चा हो रही है ट्रंप की. जैसे ही ये मामला सुप्रीम कोर्ट में उठा, शरद पवार की तरफ से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि अच्छा है कि ट्रंप ने यहां याचिका दाखिल नहीं की. इस पर कोर्ट ने कहा कि हम दूसरे के अधिकार क्षेत्र के बारे में बात नहीं करेंगे.
महाराष्ट्र विधान सभा चुनाव में बाजी किसके हाथ. इसके लिए महायुति और महाविकास अघाड़ी में जंग चल रही है. शरद पवार एमवीए के साथ हैं जबकि उनका भतीजा अजित पवार भाजपा के नेतृत्व वाले महायुति के साथ लेकिन एनसीपी का अजित पवार गुट शरद पवार की तस्वीर, आडियो-वीडियो चुनाव में इस्तेमाल कर रहा है. इस पर सुप्रीम कोर्ट ने पूछा कि अजित पवार गुट शरद पवार की तस्वीर, वीडियो क्यों इस्तेमाल कर रहा है. अजित पवार अलग विचारधारा के साथ हैं और शरद पवार अलग विचारधारा के साथ. अजित पवार को अपने दम पर चुनाव लड़ना चाहिए और आत्मनिर्भर बनना चाहिए. इस दौरान जस्टिस सूर्यकांत ने चुटकी ली.
जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस उज्जल भुइयां की पीठ ने कहा कि शरद पवार के भरोसे क्यों रहना चाहते हैं, जब अलग हो गये हैं तो अपने पैरों पर खड़े होइये. एनसीपी के अजित पवार गुट से कहा कि उन्हें अपनी अलग पहचान के आधार पर चुनाव लड़ना है और चुनावी लड़ाई में शरद पवार के नाम पर निर्भर नहीं रहना चाहिए। कोर्ट ने कहा कि आप अपने पैरों पर खड़े होने की कोशिश कर रहे हैं, आपके शरद पवार के साथ वैचारिक मतभेद हैं।
साथ में यह भी जोड़ा कि वह अपने पार्टी के लोगों से कहे कि वो शरद पवार की तस्वीरों और वीडियो का इस्तेमाल न करें. शरद पवार गुट सुप्रीम कोर्ट पहुंचा है कि लोकसभा चुनाव में अजित पवार गुट ने पार्टी के चुनाव चिन्ह घड़ी का इस्तेमाल किया जिससे मतदातओं में भ्रम फैला लिहाजा उन्हें विधानसभा चुनाव में ऐसा करने से रोका जाए.
इस मामले पर सुनवाई के दौरान ऐसे मौके भी आये जब कोर्ट में हंसी के फव्वारे भी फूटे. जस्टिस सूर्यकांत ने कहा कि अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ठीक नीचे एक विज्ञापन है जो काफी प्रभावशाली दिखता है. इस पर शरद पवार की तरफ से पैरवी कर रहे वरिष्ठ वकील अभीषेक मनु सिंघवी ने कहा कि शुक्र है कि ट्रंप ने यहां याचिका दायर नहीं की. इस पर पीठ ने कहा कि दूसरे के अधिकार क्षेत्र पर टिप्पणी नहीं करेंगे.
Read Also-