इंडिया न्यूज के कार्यक्रम महाबहस में तीन तलाक बिल पर हो रही चर्चा के दौरान जब तीन तलाक से पीड़ित एक मुस्लिम महिला ने उपस्थित मौलाना से पूछा कि कुरान में कहां लिखा है कि एक बार में तीन तलाक जायज है तो उन्होंने जवाब दिया कि ये गुनाह है लेकिन फिर भी अगर कोई तलाक देता है तो उसे माना जाएगा.
नई दिल्ली. बीते गुरुवार को मोदी सरकार के तीन तलाक बिल को लोकसभा में पारित करा लिया गया. लोकसभा ने AIMIM प्रमुख असद्उद्दीन ओवैसी द्वारा दिए गए संशोधन प्रस्तावों को खारिज कर दिया. हालांकि इस बिल को अभी राज्य सभा से पारित कराया जाना बाकी है लेकिन शुरुआत से ही इस कानून को बनाए जाने का विरोध करते रहे ऑल इंडिया मुस्लिन पर्सनल लॉ बोर्ड ने इसे मानने से इंकार कर दिया है. बता दें कि गुरुवार को सदन में कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि हम इस मामले को सियासत के चश्मे नहीं बल्कि इंसानियत के चश्मे से देख रहे हैं. इसी मुद्दे पर इंडिया न्यूज के कार्यक्रम महाबहस में पहुंची तीन तलाक पीड़िता डॉ. शमीना ने बताया कि उन्हें तलाक के बाद किस तरह कि परेशानियां झेलनी पड़ी और आज भी वे इससे दुखी हैं. बता दें कि लोकसभा में इस बिल को बहुमत से पास कराया गया.
शमीना ने कार्यक्रम में उपस्थित तीन तलाक के समर्थक रजा एकडमी के मौलाना खलील उल रहमान नूरी से जब पूछा कि बताइये कुरान में कहां लिखा है कि एक बार में तीन तलाक जायेज है तो उन्होंने कहा कि ऐसा करना गुनाह है लेकिन अगर कोई तलाक देता है तो उसे माना जाएगा. शमीना के बहस करने पर मौलाना ने कहा कि सुनो शमीना तुम बदतमीज और बेहुदा औरत हो, तुम्हारी जुबान तेज है इसलिए तुम्हारा तलाक हुआ है. इंडिया न्यूज के कार्यक्रम में तीन तलाक के इस बिल को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता और भाजपा प्रवक्ता के साथ भी चर्चा की गई.
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