नई दिल्ली. जिस अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के नाम से ही अल्पसंख्यक संस्था होने की झलक मिलती है, उसे केंद्र सरकार माइनॉरिटी इंस्टीट्यूशन मानने को तैयार नहीं है.
इलाहाबाद हाईकोर्ट पहले ही कह चुका है कि एएमयू माइनॉरिटी संस्था नहीं है और अब सुप्रीम कोर्ट ने भी सवाल पूछा है कि कोई सेंट्रल यूनिवर्सिटी अल्पसंख्यक संस्था कैसे हो सकती है.
सवाल उठ रहा है कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी को माइनॉरिटी स्टेटस कैसे और क्यों मिला? इंडिया न्यूज के खास शो बड़ी बहस में इसी अहस मुद्दे पर पेश है चर्चा.
वीडियो पर क्लिक करके देखिए पूरा शो