इस भागदौड़ भरी जिंदगी में कई लोग हाई ब्लडप्रेशर की बीमारी से पीड़ित है. इसे काबू रखने के लिए वे लोग हर रोज कई तरह की दवाइयां भी खाते हैं लेकिन ब्लडप्रेशर कंट्रोल नहीं कर पाते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि योगा करना ब्लड प्रेशर को काबू में रखने का रामबाण इलाज है.
नई दिल्ली: आजकल हम जमाने की रफ्तार के साथ भागदौड़ तो कर रहे हैं लेकिन इस बीच में अपनी सेहत पर बिल्कुल ध्यान नहीं दे पा रहे हैं. इसके नतीजे के तौर पर कई तरह की बीमारियां हमारे शरीर में प्रवेश कर जा रही है. दरअसल इस भागदौड़ भरी जिंदगी में कई लोग हाई ब्लडप्रेशर की बीमारी से पीड़ित है. इसे काबू रखने के लिए वे लोग हर रोज कई तरह की दवाइयां भी खाते हैं लेकिन ब्लडप्रेशर कंट्रोल नहीं कर पाते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि योगा करना ब्लड प्रेशर को काबू में रखने का रामबाण इलाज है.
हाई ब्लड प्रेशर को दूर करने के लिए शीतली प्राणायाम काफी असरदार होता है. यह हाई ब्लड प्रेशर को दूर करने के साथ-साथ शरीर को ठंडा भी रखता है. इस प्राणायाम को ‘कूलिंग ब्रेथ’ भी कहा जाता है. इसे करते समय सबसे पहले आप अनुलोम-विलोम का अभ्यास करें. फिर किसी भी आसन की अवस्था में बैठकर जीभ को बाहर निकालें और उसे नलीनुमा बनाकर मुंह से श्वास अंदर खींचे. श्वास अंदर खींचने के बाद जीभ को भीतर करके मुंह बंद करें और फिर नाक से धीरे-धीरे श्वास बाहर निकालें.
शुरूआती समय में यह क्रिया 5 बार करें जिसके बाद इसे बढ़ाकर 50 से 60 बार कर दें. खास तौर पर ध्यान रखें कि शीतली प्राणायम दमे या जुखाम से पीड़ित व्यक्तियों को नहीं करना चाहिए. वहीं इसके अलावा अगर आपका ब्लड प्रेशर कम रहता है तो ये प्राणायम नहीं करना चाहिए. दरअसल शीतली प्राणायाम उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने के साथ मन को शांत रखता है. वहीं यह क्रोध को भी नियंत्रित रखने में लाभदायक साबित होता है. इसके साथ ही यह पित्त, कब्ज, पेट के रोग, चर्म रोग, पेट की गर्मी, गले के रोगों में भी असरदार होता है.
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