नई दिल्ली : वजन घटाने और कई अन्य फायदों के लिए कई तरह की डाइट और फास्टिंग का पालन किया जाता है। इसमें कीटो डाइट और इंटरमिटेंट फास्टिंग आम है। इन्हीं फिटनेस ट्रेंड में से एक है मेडिटेरेनियन डाइट, जो पूरी तरह से प्लांट-बेस्ड डाइट है। इसमें सिर्फ पौधों से मिलने वाली चीजों का सेवन […]
नई दिल्ली : वजन घटाने और कई अन्य फायदों के लिए कई तरह की डाइट और फास्टिंग का पालन किया जाता है। इसमें कीटो डाइट और इंटरमिटेंट फास्टिंग आम है। इन्हीं फिटनेस ट्रेंड में से एक है मेडिटेरेनियन डाइट, जो पूरी तरह से प्लांट-बेस्ड डाइट है। इसमें सिर्फ पौधों से मिलने वाली चीजों का सेवन करना होता है। आपको एनिमल प्रोटीन या डाइट से दूरी बनाकर रखनी होती है। एक तरह से यह वीगन फूड्स को फॉलो करने की सलाह देता है।
एक नई स्टडी सामने आई है जिसके मुताबिक मेडिटेरेनियन डाइट महिलाओं में हार्ट फेलियर के खतरे को कम करती है। आइए आपको बताते हैं कि आप कैसे मेडिटेरेनियन डाइट को अपने रुटीन में अपना सकते है।
यह एक ऐसी डाइट है जिसमें प्लांट-बेस्ड फूड्स को ज्यादा खाने पर जोर दिया जाता है। इस डाइट को लंबे समय तक फॉलो करने से दिल की बीमारियों का खतरा कम हो सकता है। इस डाइट में हमें फल, सब्जियां, ड्राई-फ्रूट्स, बीन्स और जड़ी-बूटियों का सेवन करने की सलाह दी जाती है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि इससे न सिर्फ दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है बल्कि आपको डिप्रेशन से भी बचने में मदद मिलती है। इसे फॉलो करने से हमारे दिमाग की सेहत को भी फायदा होता है। इसके कई न्यूरोलॉजिकल फायदे भी हैं। इस डाइट में चीनी और नमक को बहुत सीमित मात्रा में खाने या पीने की सलाह दी जाती है।
मेडिटेरेनियन डाइट महिलाओं में हार्ट फेलियर के जोखिम को कम कर सकती है। यूरोपियन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रिशन में प्रकाशित एक अध्ययन में पता चला है कि यह डाइट हृदय रोगों के जोखिम को कम करती है। इस डाइट में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और सूजन को कम करते हैं। शोध के अनुसार, हार्ट फेलियर के पीछे एक कारण NT-proBNP है और यह डाइट इस बायोमार्कर के स्तर को कम करती है। यह सूजन बढ़ाने वाले TNF-α को भी खत्म करता है, जो हार्ट फेलियर के मरीजों में पाया जाता है। यह शोध यूरोप में किया गया था जहां महिलाओं में इसका ज्यादा सकारात्मक असर देखा गया।
अगर आप इस डाइट को सही तरीके से फॉलो करते हैं तो इसका फायदा मेटाबॉलिज्म में भी देखने को मिलता है। इसके अलावा आपकी इंसुलिन संवेदनशीलता में भी सुधार होता है। इतना ही नहीं, इस तरह के खाने से हमारा लिपिड प्रोफाइल भी बेहतर होता है। आसान शब्दों में कहें तो यह कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में भी मददगार साबित हो सकता है। इसे फॉलो करके आप सूजन को कम करके अपने दिल के स्वास्थ्य को बढ़ावा दे सकते हैं। यह हमें ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से भी बचाता है।
आप इस डाइट में फूलगोभी, गाजर, प्याज, टमाटर, ब्रोकली, खीरा, मशरूम और सरसों जैसी सब्जियों का सेवन कर सकते हैं। फलों में आप अनार, केला, संतरा, नाशपाती, स्ट्रॉबेरी खा सकते हैं। इसके अलावा साबुत अनाज खाना भी फायदेमंद होता है, जिसमें मक्का, ब्राउन राइस, राई, सरसों और अन्य चीजें शामिल हैं।
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