नई दिल्ली: रक्षा बंधन का पर्व आज (19 अगस्त) देशभर में धूमधाम से मनाया जा रहा है। रक्षा बंधन हर साल सावन के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाइयों को शुभ मुहूर्त में राखी बांधती हैं। वे उसके अच्छे भविष्य की कामना करते हैं। साथ ही भाई […]
नई दिल्ली: रक्षा बंधन का पर्व आज (19 अगस्त) देशभर में धूमधाम से मनाया जा रहा है। रक्षा बंधन हर साल सावन के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाइयों को शुभ मुहूर्त में राखी बांधती हैं। वे उसके अच्छे भविष्य की कामना करते हैं। साथ ही भाई भी अपनी बहन की हमेशा रक्षा करने का वादा करता है। कुछ तोहफा भी दिया जाता है।
राखी के बाद सभी के मन में यह सवाल है कि कब और कहां से राखी निकाली जाए। आज हम आपको इस बारे में बताने जा रहे हैं। राखी बांधने से लेकर इसे हटाने तक के नियम बनाए गए हैं। ऐसे में उनका पालन करना बहुत जरूरी है। यदि ऐसा नहीं किया गया तो दोष बढ़ जाता है। इसलिए राखी हटाने के बारे में भी नियम बताए गए हैं। नियमों का पालन करने से संबंध बेहतर रहते हैं और प्रगति का मार्ग भी खुलता है। वहीं यदि बंधी हुई राखी का विसर्जन नियमानुसार न किया जाए तो घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास हो सकता है। राखी को कब हटाएं,
राखी कब खोले कलाई से ?
यहां जानिए रक्षाबंधन पर जब आपकी कलाई पर राखी बांधी जाती है तो यहां पूरा नियम है, इसे कम से कम 24 घंटे बांधकर रखना चाहिए। इसका मतलब है कि आपको कम से कम एक दिन राखी जरूर बांधनी चाहिए। कई इलाकों में रक्षाबंधन से लेकर जन्माष्टमी तक लोग राखी बांधते हैं। इसके बाद वे इसे हटा देते हैं। जन्माष्टमी के दिन जरूर राखी बांध कर रखें, लेकिन ध्यान रहे पितृ पक्ष की शुरुआत से पहले राखी जरूर निकाल लें। ऐसा माना जाता है कि अगर आप इस दौरान राखी पहनते हैं तो यह अपवित्र हो जाता है। इससे जीवन पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। कई लोग साल भर राखी बांधकर रखते हैं। इससे वास्तु दोष का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए पितृ पक्ष की शुरुआत से पहले आपको राखी जरूर निकालनी चाहिए।
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