नई दिल्ली: सर्दियों का मौसम कई लोगों के लिए खास होता है, लेकिन कुछ लोगों के लिए यह समय उदासी और चिड़चिड़ापन लेकर आता है। इस स्थिति को ‘विंटर ब्लूज’ कहा जाता है, जिसे वैज्ञानिक भाषा में “मौसमी भावात्मक विकार” (SAD) कहते हैं। यह एक प्रकार का डिप्रेशन है, जो सर्दियों में दिन के छोटे होने और धूप की कमी के कारण बढ़ सकता है। चलिए जानते हैं कि इस दौरान खुश और हेल्दी कैसे रहा जा सकता है।
विंटर ब्लूज, सर्दियों के महीनों में महसूस की जाने वाली उदासी, थकान और मानसिक असंतुलन को कहते हैं। यह समस्या सर्दियों में धूप की कमी और दिन के छोटे होने से होती है। इससे शरीर में सेरोटोनिन (खुश रहने का हॉर्मोन) का स्तर कम हो जाता है और मेलाटोनिन (नींद का हॉर्मोन) का स्तर बढ़ सकता है। यह दिमाग पर प्रभाव डालता है और मूड को नकारात्मक रूप से प्रभावित करता है।
– हर समय थकान महसूस होना
– किसी काम में मन न लगना
– ज्यादा सोना या कम सोना
– भूख कम लगना या जरूरत से ज्यादा खाना
– अकेलापन महसूस करना
1. सूरज की रोशनी का लाभ लें: सर्दियों में धूप कम मिलती है, इसलिए जब भी सूरज निकले, बाहर निकलें और कम से कम 15-20 मिनट तक धूप लें। इससे शरीर में विटामिन डी बढ़ता है, जो मूड को बेहतर बनाता है और थकान को कम करता है।
2. व्यायाम करें: रोजाना थोड़ी देर टहलना या एक्सरसाइज करना आपके शरीर और दिमाग दोनों के लिए लाभकारी है। व्यायाम से शरीर में एंडोर्फिन नामक हार्मोन का उत्पादन होता है, जो आपको खुश और सकारात्मक महसूस कराता है।
3. संतुलित आहार लें: संतुलित आहार जिसमें विटामिन-बी, विटामिन-डी, और मैग्नीशियम शामिल हों, मूड को सुधारने में मदद करता है। हरी सब्जियां, फल, और नट्स जैसे अखरोट और बादाम का सेवन करें।
4. नींद का समय तय रखें: एक निश्चित समय पर सोने और जागने से आपकी नींद पूरी होती है और मूड अच्छा रहता है। मोबाइल और लैपटॉप का उपयोग सोने से पहले कम करें, ताकि नींद बेहतर आए।
5. पसंदीदा शौक अपनाएं: अपने शौक जैसे किताब पढ़ना, संगीत सुनना, पेंटिंग करना या बागवानी करना जैसे कार्यों में समय बिताएं। यह मानसिक संतुलन को बढ़ाता है और तनाव कम करता है।
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