जुराब पहनकर सोने की आदत को लेकर लोगों की राय अलग-अलग हो सकती है। कुछ इसे आरामदायक मानते हैं जबकि कुछ इसे स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह समझते हैं। आइए जानते हैं ऐसा करने से सेहत पर क्या पड़ता है असर?
नई दिल्ली: जुराब पहनकर सोने की आदत को लेकर लोगों की राय अलग-अलग हो सकती है। कुछ इसे आरामदायक मानते हैं, जबकि कुछ इसे स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह समझते हैं। आइए जानते हैं इस आदत के कुछ फायदे और नुकसान। इसके साथ-साथ क्या पड़ता है इसका सेहत पर असर?
1. ठंडे मौसम में गर्माहट: सर्दियों में जुराब पहनने से पैरों को गर्म रखा जा सकता है। इससे शरीर का तापमान संतुलित रहता है और ठंड के कारण होने वाली अनिद्रा की समस्या से राहत मिलती है।
2. ब्लड सर्कुलेशन में सुधार: अच्छी गुणवत्ता की नर्म जुराबें पहनने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर हो सकता है। इससे पैरों में रक्त का प्रवाह सुचारू रहता है और ठंडे पैरों की समस्या दूर हो सकती है।
3. स्किन केयर: मॉइस्चराइजर लगाने के बाद जुराब पहनने से त्वचा नर्म और मुलायम बनी रहती है। यह फटी एड़ियों को ठीक करने में भी मदद करता है।
4. नींद में सुधार: अध्ययनों के अनुसार, सोते समय पैरों को गर्म रखने से शरीर को रिलैक्स करने में मदद मिलती है, जिससे जल्दी और गहरी नींद आती है।
1. त्वचा संक्रमण का खतरा: यदि लंबे समय तक जुराबें पहनी जाएं, खासकर गंदी या तंग जुराबें, तो त्वचा पर संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। यह बैक्टीरिया और फंगल संक्रमण का कारण बन सकता है।
2. पैरों की दुर्गंध: अगर जुराबें नियमित रूप से साफ न की जाएं, तो पसीना और बैक्टीरिया की वजह से दुर्गंध और संक्रमण की संभावना बढ़ सकती है।
हमेशा साफ और सांस लेने योग्य कपड़े से बनी जुराबें पहनें। तंग जुराबें पहनने से बचें। सोने से पहले पैरों को धोकर और सुखाकर ही जुराब पहनें।
Also Read…