आजकल त्वचा की देखभाल के लिए कई उत्पाद बाजार में उपलब्ध हैं, लेकिन "रेटिनॉल" एक ऐसा घटक है, जिसने अपनी विशेषताओं और प्रभावी परिणामों के कारण ब्यूटी इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बनाई है।
नई दिल्ली: आजकल त्वचा की देखभाल के लिए कई उत्पाद बाजार में उपलब्ध हैं, लेकिन “रेटिनॉल” एक ऐसा घटक है, जिसने अपनी विशेषताओं और प्रभावी परिणामों के कारण ब्यूटी इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बनाई है। रेटिनॉल को अक्सर त्वचा के पुनर्जीवन (रेजुवेनेशन) के लिए उपयोग किया जाता है। आइए जानते हैं, यह क्या है और यह त्वचा पर कैसे काम करता है।
रेटिनॉल एक प्रकार का विटामिन ए है, जिसे त्वचा की देखभाल के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया है। यह त्वचा पर सीधे असर करत है और कोशिकाओ के पुनर्निर्माण में मदद करता है। यह आमतौर पर सीरम, क्रीम और लोशन के रूप में उपलब्ध होता है। रेटिनॉल को सबसे पहले 1971 में त्वचा संबंधी समस्याओं के लिए इस्तेमाल किया गया था। इसका उपयोग शुरुआत में केवल मुँहासे (एक्ने) के उपचार के लिए किया जाता था, लेकिन धीरे-धीरे यह त्वचा की उम्र बढ़ने के लक्षणों को कम करने और त्वचा की बनावट सुधारने के लिए भी प्रभावी साबित हुआ।
रेटिनॉल त्वचा की कोशिकाओं को पुनर्जीवित करता है और नई कोशिकाओं के निर्माण को बढ़ावा देता है। यह त्वचा की ऊपरी सतह को साफ करता है और मृत कोशिकाओं को हटाता है। उम्र बढ़ने के साथ, त्वचा में कोलेजन का स्तर कम हो जाता है, जिससे झुर्रियां और फाइन लाइन्स दिखने लगती हैं। रेटिनॉल कोलेजन के उत्पादन को बढ़ावा देता है, जिससे त्वचा लचीली और चमकदार बनी रहती है।
रेटिनॉल त्वचा की रंगत को एकसमान बनाता है और डार्क स्पॉट्स को कम करता है। यह त्वचा के दाग-धब्बों को हल्का करता है और निखार लाता है। रेटिनॉल त्वचा की गहराई तक जाकर रोमछिद्रों को साफ करता है, जिससे मुंहासे और ब्लैकहेड्स की समस्या कम होती है। यह त्वचा की तेल ग्रंथियों को नियंत्रित करतीा है। रेटिनॉल के नियमित उपयोग से त्वचा पर झुर्रियों और फाइन लाइन्स की समस्या कम होती है। यह त्वचा को टाइट और स्मूद बनाता है।
– त्वचा को चमकदार और युवा बनाता है।
– डार्क स्पॉट्स और पिग्मेंटेशन को कम करता है।
– झुर्रियों और फाइन लाइन्स को घटाता है।
– मुँहासे की समस्या का समधान करता है
रेटिनॉल का उपयोग करने से त्वच सूर्य की किरणों के प्रति संवेदनशील हो जाती है। इसलिए सुबह के समय सनस्क्रीन जरूर लगाएं। शुरुआत में रेटिनॉल का उपयोग सप्ताह में 2-3 बार करें और धीरे-धीरे इसकी मात्रा बढ़ाएं। संवेदनशील त्वचा पर रेटिनॉल लगाने से हल्की जलन हो सकती है। इसलिए इसे रात में लगाएं और मॉइस्चराइज़र का उपयोग करें। गर्भवती महिलाओं को रेटिनॉल का उपयोग करने से बचना चाहिए, क्योंकि यह भ्रूण के विकास पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
Also Read…