Hearing Loss : हियरिंग लॉस यानी बहरापन एक ऐसी स्थिति होती है, जिससे पीड़ित व्यक्ति को एक कान या फिर दोनों कानों से आंशिक या पूर्ण रूप से सुनाई देना बंद हो जाता है. इससे आपके सुनने की क्षमता पर असर पड़ता है. धीरे-धीर समय के साथ यह समस्या और ज्यादा बढ़ने लगती है. ऐसे […]
Hearing Loss : हियरिंग लॉस यानी बहरापन एक ऐसी स्थिति होती है, जिससे पीड़ित व्यक्ति को एक कान या फिर दोनों कानों से आंशिक या पूर्ण रूप से सुनाई देना बंद हो जाता है. इससे आपके सुनने की क्षमता पर असर पड़ता है. धीरे-धीर समय के साथ यह समस्या और ज्यादा बढ़ने लगती है. ऐसे में अगर आपको किसी वजह से कम सुनाई दे या फिर कान में किसी तरह की समस्या महसूस होने लगे तो इस स्थिति में डॉक्टर या एक्सपर्ट से तुरंत सलाह लेनी चाहिए. चलिए जानते हैं हियरिंग लॉस के कुछ मुख्य लक्षणों, कारणों व बचाव के बारे में-
-लोगों की बातों को समझने में कठिनाई
-बातें सुनाई देना, लेकिन उसे समझने में परेशानी
-बार-बार एक ही बात को बार-बार बोलना या दोहराना
-बहुत ज्यादा थकान महसूस होना
-कान में सनसनाहट की आवाज
-सिरदर्द और कमजोरी महसूस होना
-कानों में घंटी की अवाज सुनाई देना
-अनाचक से कुछ भी सुनाई न देना
बढ़ती उम्र के साथ ही आपके सुनने की क्षमता पर असर पड़ सकता है. इससे आपके कान बहुत कमजोर हो सकते हैं. अधिक शोर वाले स्थान पर काम करने या रहने से हियरिंग लॉस की समस्या हो सकती है. अनुवांशिक या परिवार में बीमारी का इतिहास होना. ऑटो इम्यून डिजीज से ग्रसित होने पर भी ये परेशानी हो सकती है. ऑटोटॉक्सिस दवाओं का सेवन करने के चलते भी ये परेशानी हो सकती है.
सुनने की क्षमता कम या फिर कमजोर होने पर डॉक्टर आपको शुरुआती समय में कुछ दवाएं दे सकता है. वहीं, अगर कान अगर पूरी तरह से डैमेज हो गया है, तो इस स्थिति में वह आपको मशीन लगाने की भी सलाह दे सकता है. ध्यान रखें इस स्थिति में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.