September 26, 2024
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ऐसी भी क्या फिटनेस जब जान से धोना पड़ जाएं हाथ, सामने आई रिपोर्ट

नई दिल्ली: पिछले कुछ सालों में भारत समेत पूरी दुनिया में फिटनेस और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता तेजी से बढ़ी है। हर कोई जिम जाना और फिट दिखना चाहता है, लेकिन फिट रहने का दबाव लोगों की सेहत पर नकारात्मक प्रभाव डाल रहा है। हाल ही में एक रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है कि फिटनेस के प्रति बढ़ता जुनून लोगों में तनाव और बीमारियों का कारण बन रहा है।

रिपोर्ट के अनुसार, 89 प्रतिशत लोग फिट रहने के दबाव के कारण एक्सरसाइज कर रहे हैं। सर्वे में लगभग दो-तिहाई लोगों ने स्वीकार किया कि समाज की अपेक्षाएं उनके ऊपर भारी पड़ रही हैं, जिससे वे बेहतर दिखने और स्वस्थ रहने की चिंता में मानसिक और शारीरिक समस्याओं का सामना कर रहे हैं। यही नहीं, आधे से ज्यादा लोग इस दबाव के कारण वेलबीइंग बर्नआउट का शिकार हो रहे हैं।

क्या है वेलबीइंग बर्नआउट?

वेलबीइंग बर्नआउट एक ऐसी स्थिति है, जिसमें लंबे समय तक तनाव के कारण व्यक्ति शारीरिक और मानसिक रूप से अत्यधिक थकान महसूस करता है। इससे पीड़ित व्यक्ति खुद को अलग-थलग और निराश महसूस कर सकता है। इतना ही नहीं यह न केवल उसकी कार्यक्षमता को प्रभावित करता है, बल्कि उसके रिश्तों पर भी नकारात्मक प्रभाव डालता है। रिपोर्ट में बताया गया कि “हम दुनिया भर के लोगों की सेहत को लेकर नई जानकारी साझा करने में खुशी महसूस कर रहे हैं। इस डेटा से हमें उम्मीद है कि लोग स्वस्थ जीवनशैली को अपनाने के लिए प्रेरित होंगे।”

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फिटनेस के प्रति बढ़ता दबाव

रिपोर्ट में यह भी पाया गया कि बढ़ती जागरूकता के बावजूद शारीरिक, मानसिक और सामाजिक स्वास्थ्य के आयामों में वेलबीइंग इंडेक्स स्कोर पिछले चार वर्षों में स्थिर बना हुआ है। यह बताता है कि स्वास्थ्य को बेहतर बनाने की आवश्यकता है। सर्वेक्षण में शामिल 61% लोगों ने कहा कि समाज से उन्हें बेहतर दिखने का बहुत ज्यादा दबाव महसूस होता है। 53% लोगों ने माना कि वे कभी-कभी गलत जानकारी के चक्कर में पड़ जाते हैं, जिससे उनकी सेहत को नुकसान पहुंचता है।

वेलबीइंग बर्नआउट से बचने के तरीके

इस रिपोर्ट में माइंडफुलनेस पर ध्यान देने की सलाह दी गई है। उदाहरण के लिए सर्वे में जिन लोगों ने मेडिटेशन किया, उनमें 12% बेहतर स्वास्थ्य दर्ज किया गया।

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