नई दिल्ली: हर साल 31 मई को नो टोबैको डे लोगों को तंबाकू का सेवन न करने और इससे जुड़ी बीमारियों के प्रति जागरुक करने के लिए मनाया जाता है। सिगरेट, बीड़ी, हुक्का, सिगार, धुएंरहित तांबकू के अवावा खैनी, गुटका, बेटेल क्विड, ज़र्दा आदि लंग्स कैंसर का ही कारण नहीं बनते बल्कि इससे कई जानलेवा […]
नई दिल्ली: हर साल 31 मई को नो टोबैको डे लोगों को तंबाकू का सेवन न करने और इससे जुड़ी बीमारियों के प्रति जागरुक करने के लिए मनाया जाता है। सिगरेट, बीड़ी, हुक्का, सिगार, धुएंरहित तांबकू के अवावा खैनी, गुटका, बेटेल क्विड, ज़र्दा आदि लंग्स कैंसर का ही कारण नहीं बनते बल्कि इससे कई जानलेवा बीमारियों का खतरा भी उत्पन्न होता है।
1. भूख में कमी आना।
2. लगातार वजन कम में होना।
3. हाथ, गर्दन, चेहरे के अलावा उंगुलियों में सूजन रहना। शरीर के अंगो में बेहद कमजोरी आना।
4. अक्सर निमोनिया की शिकायत।
5. शरीर के कुछ अंग जैसे कि पीठ, पैर, कंघे में लगातार दर्द रहना।
6. लंबे समय तक लगातार खांसी रहना और आवाज में परिवर्तन होना।
7. खांसते समय मुंह से खून आना या भूरे रंग का थूक निकलना।
8. बार-बार सांस की नली में सूजन रहना।
1. मुंह ज्यादा नहीं खुलना। मुंह में अगर 3 उंगलियां नहीं जा रही तो ये बड़े खतरे का संकेत है।
2. मुंह में मसालेदार खाने पर बेतहाशा जलन महसूस होना।
3. मुंह में छाले का बार-बार होना।
4. मुंह में सफेद या काले रंग का जमाव होना।
5. छाले का एक हफ्ते से अधिक बने रहना और खाने-पीने में दिक्कत।
6. गले में निगलते समय दिक्कत महसूस होना।
सिगरेट पीने से हाइपरटेंशन, एरिथमिया और एथेरोस्क्लेरोसिस की संभावना ज्यादा हो जाती है और इससे हार्ट अटैक, कोरोनरी आर्टरी रोग, स्ट्रोक, हार्ट फेलियर, पेरिफरल आर्टरी रोग का खतरा बढ़ जाता है।
डिस्क्लेमर- आर्टिकल में दिए गए सुझाए और सलाह केवल सामान्य जानकारी प्रदान करते हैं। इन्हें आजमाने से पहले किसी विशेषज्ञ अथवा चिकित्सक से सलाह जरूर लें। इनखबर इसके लिए उत्तरदायी नहीं है।