नई दिल्ली। सप्ताह भर ऑफिस और घर में भरपूर काम करने के बाद मन होता है वीकेंड पर रिलेक्स करने और आराम करने का। कुछ लोग काम से ब्रेक लेकर वेकेशन पर भी चले जाते हैं।इसके बावजूद उन्हें काम पर लौटते हुए वही स्ट्रेस और बोझ ही महसूस होता है। आप सभी का अनुभव भी […]
नई दिल्ली। सप्ताह भर ऑफिस और घर में भरपूर काम करने के बाद मन होता है वीकेंड पर रिलेक्स करने और आराम करने का। कुछ लोग काम से ब्रेक लेकर वेकेशन पर भी चले जाते हैं।इसके बावजूद उन्हें काम पर लौटते हुए वही स्ट्रेस और बोझ ही महसूस होता है। आप सभी का अनुभव भी कुछ ऐसा ही है तो आपको रेस्ट करने का तरीका बदलने की बेहद जरूरत है। संभव है कि आपको सामान्य किस्म के रेस्ट की जगह थोड़ा स्पेसिफिक रेस्ट की आवश्यकता है। जानकारी के लिए बता दें , रेस्ट के भी अलग – अलग प्रकार होते है। इन्हें ट्राई करिए और देखिए कि कौन सा रेस्ट आपको वाकई आराम दे रहे है।
सेंसॉरी रेस्ट
मोबाइल पर पूरे समय आ रहे नोटिफिकेशन्स, मैसेज, मेल्स, अलर्ट्स- न चाहते हुए भी दिमाग को शांत नहीं होने देती है । बता दें , स्क्रीन पर ये सारी चीजें देखकर न चाहते हुए भी सेंसॉरी नर्वज एक्टिव रहती है।आपको इस किस्म के रेस्ट के लिए खुद को डिजिटली डिटॉक्स करने पड़ेगा। नेट ऑफ कर स्क्रीन को खुद से दूर करें और आराम से लेत जाए।
क्रिएटिव रेस्ट
इमोशनल रेस्ट
सोशल रेस्ट
आपको खुद को सोशली रेस्ट देना भी बहुत जरूरी है। एक दिन ऐसा जरूर निकालिए जब आप सबसे कट कर सिर्फ खुद के साथ समय बिताएं और अपने अनुसार चीज़े को करे। बस इतना समय काफी है अपने आपको एनर्जी देने के लिए ।