ब्लैक कॉफी दुनियाभर में लोकप्रिय पेय है, जिसे वजन घटाने और ऊर्जा बढ़ाने के लिए पसंद किया जाता है। इसमें कैफीन की मात्रा अधिक होती है, जो शरीर और मस्तिष्क को तुरंत सक्रिय कर देती है।
नई दिल्ली: ब्लैक कॉफी दुनियाभर में लोकप्रिय पेय है, जिसे वजन घटाने और ऊर्जा बढ़ाने के लिए पसंद किया जाता है। इसमें कैफीन की मात्रा अधिक होती है, जो शरीर और मस्तिष्क को तुरंत सक्रिय कर देती है। हालांकि, कुछ लोगों के लिए इसका सेवन हानिकारक साबित हो सकता है। आइए जानें, किन्हें ब्लैक कॉफी से परहेज करना चाहिए और क्यों।
ब्लैक कॉफी में उच्च मात्रा में एसिड होता है, जो पेट की अम्लीयता को बढ़ा सकता है। जिन लोगों को गैस, एसिडिटी, या अल्सर की समस्या है, उनके लिए ब्लैक कॉफी का सेवन हानिकारक हो सकता है। यह पेट दर्द, जलन और अन्य पाचन समस्याओं को बढ़ा सकता है।
कैफीन का सीधा असर मस्तिष्क पर होता है, जिससे नींद पर प्रभाव पड़ता है। जो लोग पहले से ही अनिद्रा (इनसोम्निया) की समस्या से जूझ रहे हैं, उन्हें ब्लैक कॉफी से दूर रहना चाहिए। इसका अधिक सेवन नींद के चक्र को और अधिक बिगाड़ सकता है।
ब्लैक कॉफी का सेवन रक्तचाप को अस्थायी रूप से बढ़ा सकता है। हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को इसका सेवन करने से बचना चाहिए, क्योंकि यह उनकी स्थिति को और गंभीर बना सकता है।
गर्भावस्था के दौरान कैफीन का सेवन सीमित करना बेहद जरूरी है। ब्लैक कॉफी में कैफीन की अधिकता होती है, जो गर्भवती महिलाओं और उनके बच्चे के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। यह गर्भ में पल रहे बच्चे के विकास को बाधित कर सकता है।
ब्लैक कॉफी का सेवन तनाव और चिंता को बढ़ा सकता है। कैफीन मस्तिष्क में कोर्टिसोल (स्ट्रेस हार्मोन) के स्तर को बढ़ा देता है, जिससे व्यक्ति अधिक बेचैन और चिंतित महसूस कर सकता है।
ब्लैक कॉफी में एसिड की अधिकता सीने में जलन पैदा कर सकती है। नियमित रूप से ब्लैक कॉफी पीने से पाचन प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है। ब्लैक कॉफी का अधिक सेवन शरीर में कैल्शियम के अवशोषण को रोक सकता है, जिससे हड्डियां कमजोर हो सकती हैं। कैफीन एक मूत्रवर्धक (डायुरेटिक) है, जो शरीर से अधिक पानी निकाल सकता है और डिहाइड्रेशन का कारण बन सकता है।
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