September 17, 2024
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खून के कैंसर के ये शुरुआती लक्षण पहचानें, वक्त रहते जांच कराएं और बचाएं अपनी जिंदगी

  • WRITTEN BY: Anjali Singh
  • LAST UPDATED : September 6, 2024, 8:00 pm IST

नई दिल्ली: खून का कैंसर, जिसे हेमाटोलॉजिकल कैंसर के नाम से भी जाना जाता है, कई तरह के कैंसरों को शामिल करता है जैसे ल्यूकेमिया, लिम्फोमा और मायलोमा। ये कैंसर खून, अस्थि मज्जा (बोन मैरो), और लसीका प्रणाली (लिम्फैटिक सिस्टम) को प्रभावित करते हैं। इस कैंसर के शुरुआती लक्षण अक्सर सामान्य बीमारियों की तरह होते हैं, जिससे इनका जल्दी पता लगाना मुश्किल हो जाता है। इसलिए, इन लक्षणों को पहचानना और समय पर जांच कराना बहुत जरूरी है।

1. अचानक और अत्यधिक थकान
खून के कैंसर का सबसे पहला और सामान्य लक्षण ग़ैरमामूली थकान है। यह थकान बिना किसी कारण के होती है और आराम करने के बावजूद भी ठीक नहीं होती। अगर आप लगातार थकान महसूस कर रहे हैं और इसका कारण समझ नहीं आ रहा है, तो यह ब्लड कैंसर का शुरुआती संकेत हो सकता है।

2. बार-बार संक्रमण होना
खून का कैंसर इम्यून सिस्टम को कमजोर कर देता है, जिससे मरीज बार-बार बीमार पड़ने लगता है। जुकाम, फ्लू या अन्य संक्रमण बार-बार होने लगते हैं और इन्हें ठीक होने में सामान्य से अधिक समय लग सकता है। अगर आप बार-बार बीमार हो रहे हैं, तो यह चेतावनी संकेत हो सकता है।

3. शरीर पर बिना चोट के नीले निशान या खून बहना
अगर आपके शरीर पर बिना किसी कारण के नीले निशान आ जाते हैं, नाक से बार-बार खून बहता है, या मसूड़ों से खून आता है, तो यह ब्लड कैंसर का संकेत हो सकता है। यह दिक्क़ते शरीर में प्लेटलेट्स के काम होने के कारण होती है, जो खून के थक्के बनाने में मदद करती हैं।

4. लिम्फ नोड्स का सूजना (गांठें बनना)
अगर आपकी गर्दन, बगल, या जांघों के जगह पर में लिम्फ नोड्स मे सूजन आ गई है , तो यह लिम्फोमा का लक्षण हो सकता है, जो खून के कैंसर का एक प्रकार है। इन सूजन वाली गांठों में दर्द नहीं होता, लेकिन इन्हें अनदेखा करना भी बेहद खतरनाक हो सकता है।

5. हड्डियों में दर्द
मायलोमा जैसे कुछ खून के कैंसरों के कारण हड्डियों में दर्द हो सकता है, खासकर पीठ या पसलियों में। अगर आपको हड्डियों में लगातार दर्द हो रहा है, तो इसे गंभीरता से लें और डॉक्टर से सलाह लें।

6. पीली त्वचा या एनीमिया
ब्लड कैंसर के कारण रेड ब्लड सेल्स की संख्या में कमी हो सकती है, जिससे एनीमिया हो जाता है। इसके परिणामस्वरूप त्वचा पीली हो जाती है, सांस की कमी और चक्कर आ सकते हैं। अगर आपको ये लक्षण नजर आ रहे हैं, तो तुरंत जांच कराएं।

7. बुखार और रात में पसीना आना
बिना किसी स्पष्ट कारण के बुखार आना और रात में पसीने से भीग जाना भी ब्लड कैंसर का संकेत हो सकता है। ये लक्षण अक्सर आते-जाते रहते हैं और इनका कोई स्पष्ट कारण नहीं होता।

ब्लड कैंसर की जांच के सामान्य तरीके

– कंप्लीट ब्लड काउंट (CBC): इस टेस्ट से खून में रेड ब्लड सेल्स, व्हाइट ब्लड सेल्स और प्लेटलेट्स की संख्या मापी जाती है। असामान्य गिनती ब्लड कैंसर का संकेत हो सकती है।

– बोन मैरो बायोप्सी: इस प्रक्रिया में बोन मैरो का एक छोटा नमूना निकाला जाता है और उसमें कैंसर सेल्स की मौजूदगी की जांच की जाती है।

– इमेजिंग टेस्ट: एक्स-रे, सीटी स्कैन या पीईटी स्कैन के जरिए शरीर के अन्य हिस्सों में कैंसर के संकेतों की जांच की जाती है।

– साइटोजेनेटिक टेस्टिंग: यह टेस्ट खून या अस्थि मज्जा सेल्स के गुणसूत्रों की जांच करता है ताकि ब्लड कैंसर का पता लगाया जा सके।

खून के कैंसर के शुरुआती लक्षणों को पहचानना और समय पर जांच कराना आपकी सेहत के लिए बेहद जरूरी है। अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण नजर आए, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

 

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