नई दिल्ली: जिस तरह से हर कोई कपड़े पहनता है उसी तरह से अंडरवियर भी हमारे रोज़ाना पहने जाने वाले कपड़ों का अहम हिस्सा है. हर कोई अंडरवियर पहनता है और ऐसे में लड़कियां भी अंडरवियर, ब्रा और पैंटी पहनती हैं. लेकिन फिर भी लड़कियों व औरतों को रात में ब्रा उतार कर सोने का […]
नई दिल्ली: जिस तरह से हर कोई कपड़े पहनता है उसी तरह से अंडरवियर भी हमारे रोज़ाना पहने जाने वाले कपड़ों का अहम हिस्सा है. हर कोई अंडरवियर पहनता है और ऐसे में लड़कियां भी अंडरवियर, ब्रा और पैंटी पहनती हैं. लेकिन फिर भी लड़कियों व औरतों को रात में ब्रा उतार कर सोने का मशवरा दिया जाता है. ऐसे में कुछ लड़कियों को यकीन है कि ब्रा को रात में उतार कर सोना चाहिए तो वहीं कुछ लड़कियों व औरतों का कहना है कि इसे पहन कर भी सो सकते हैं. इनखबर के इस लाइफस्टाइल ब्लॉग में हम आपको इस सवाल का जवाब देने की कोशिश करेंगे।
इस बारे में डॉक्टर्स और एक्सपर्ट्स का ऐसा कहना है कि लड़कियां और औरतें पूरे दिन काम-काज के दरमियान अंडर गार्मेंट्स पहने रहती हैं. इससे लड़कियों के ब्रेस्ट के आस-पास पसीना भी इकठ्ठा हो जाता है. अब इसे रात में न उतारने से रात में भी स्वेटिंग होगी जिससे कि इंफेक्शन होने का खतरा रहता है. बता दें, लड़कियों की ब्रा और इनर गारमेंट्स काफी चुस्त होती है जिससे कि रात में सोते समय कठिनाई और नींद न आने जैसी परेशानी का भी सामना करना पड़ सकता है. ऐसे में जरूरी है कि आप रात में सोने से पहले अंडर गार्मेंट्स खासकर ब्रा उतार कर सोएं।
इस बारे में जानकार ऐसा मानते हैं कि रात में सोते समय ब्रा पहनकर सोने से ब्रेस्ट कैंसर (Breast Cancer) का जोखिम भी बढ़ जाता है. बहरहाल आपको बता दें, अभी तक इस बात का कोई पुख्ता सबूत सामने नहीं आया है फिर भी तमाम औरतें और लड़कियों को इस मामले में जरूरी तौर पर एहतियात बरतना चाहिए।
साथ ही आपको बता दें, आप अपने ब्रेस्ट साइज के हिसाब से ही ब्रा पहने नहीं तो बड़ी या छोटी ब्रा पहनने से भी आपको काफी असहज महसूस करना पड़ सकता है. ऐसे में आप इस बात का खास ध्यान रखें।
रात के समय सोते हुए ब्रा पहनने से आपके आपके ब्रेस्ट के आस-पास में बलड सर्कुलेशन ठीक तरीके से नहीं हो पाता। वजह ये कि ब्रा काफी चुस्त होती है जिससे ब्रेस्ट के मसल्स सिकुड़ने लगती हैं और आपको सोने में भी काफी दिक्कत हो सकती है.
(Disclaimer: यह खबर सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से लिखी गई है. इस का मकसद धूम्रपान को बढ़ावा देना नहीं है. खबर में शामिल तथ्यों की संपूर्णता व सटीकता के लिए इनख़बर इसकी पुष्टि नहीं करता है.)