आजकल की तेज़-तर्रार जिंदगी में हर व्यक्ति कई कामों में उलझा हुआ है। इससे हमारी मानसिक स्थिति पर असर पड़ता है और कई बार हमारी याददाश्त कमजोर होने लगती है।
नई दिल्ली: आजकल की तेज़-तर्रार जिंदगी में हर व्यक्ति कई कामों में उलझा हुआ है। इससे हमारी मानसिक स्थिति पर असर पड़ता है और कई बार हमारी याददाश्त कमजोर होने लगती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ आदतें हमारी मेमोरी पर बुरा असर डाल सकती हैं? अगर इन पर समय रहते ध्यान न दिया जाए, तो यह बड़े नुकसान का कारण बन सकती हैं। आइए जानते हैं ऐसी ही कुछ आदतों के बारे में और इन्हें सुधारने के उपाय।
नींद हमारी सेहत और याददाश्त दोनों के लिए बहुत जरूरी है। जब आप पर्याप्त नींद नहीं लेते, तो मस्तिष्क को नई जानकारी स्टोर करने और पुरानी यादों को रिफ्रेश करने का मौका नहीं मिलता। इससे धीरे-धीरे मेमोरी कमजोर हो सकती है। रोजाना 7-8 घंटे की गहरी नींद लें। सोने से पहले मोबाइल या अन्य स्क्रीन का उपयोग न करें।
अगर आप जंक फूड, तला-भुना खाना और मीठे पेय पदार्थों का अधिक सेवन करते हैं, तो यह दिमाग के लिए हानिकारक हो सकता है। इससे दिमाग के न्यूरॉन्स पर असर पड़ता है और याददाश्त कमजोर होती है। अपने आहार में हरी सब्जियां, सूखे मेवे और ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्त चीज़ें शामिल करें।
मोबाइल और अन्य डिजिटल उपकरणों पर ज्यादा समय बिताना ध्यान केंद्रित करने और जानकारी को याद रखने की क्षमता को प्रभावित करता है। डिजिटल डिटॉक्स करें। दिन में कुछ घंटे बिना मोबाइल के बिताएं और किताबें पढ़ने या ध्यान लगाने की आदत डालें।
शारीरिक गतिविधियों की कमी से मस्तिष्क में रक्त संचार धीमा हो जाता है, जिससे दिमाग सुस्त हो सकता है और मेमोरी पर असर पड़ता है। रोजाना कम से कम 30 मिनट एक्सरसाइज करें। यह दिमाग को एक्टिव रखने में मदद करता है।
अत्यधिक तनाव और चिंता मस्तिष्क की कार्यक्षमता को कमजोर कर सकते हैं। लंबे समय तक यह स्थिति बनी रहने से याददाश्त पर बुरा असर पड़ सकता है। ध्यान, योग, और गहरी सांस लेने की तकनीकों का अभ्यास करें।
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