नई दिल्ली: त्वचा पर बल्ब की तरह लटकती त्वचा को त्वचा की चिप्पी कहा जाता है. यह बड़ी स्वास्थ्य समस्याएं तो नहीं लेकिन इससे दिक्कत जरूर हो सकते है. आइए जानते है… वैसे तो त्वचा की चिप्पी किसी प्रकार की समस्या नहीं लेकिन कई बार शरीर के ऐसे हिस्से में हो जाती हैं जिससे व्यक्ति […]
नई दिल्ली: त्वचा पर बल्ब की तरह लटकती त्वचा को त्वचा की चिप्पी कहा जाता है. यह बड़ी स्वास्थ्य समस्याएं तो नहीं लेकिन इससे दिक्कत जरूर हो सकते है. आइए जानते है…
वैसे तो त्वचा की चिप्पी किसी प्रकार की समस्या नहीं लेकिन कई बार शरीर के ऐसे हिस्से में हो जाती हैं जिससे व्यक्ति की सौंदर्यता प्रभावित हो सकती है. खासतौर पर चेहरे और गर्दन के ऊपरी हिस्से में होते हैं जो लोगों को सौंदर्य संबंधी समस्या अधिक होती है. चिप्पी से समस्या नहीं होती और ना ही इससे किसी प्रकार के लक्षण उत्पन्न होती हैं. रगड़ होने पर आपको कुछ परेशानियां जरूर हो सकती हैं. अगर चिप्पी पकड़कर खींचते हैं या मरोड़ने की कोशिश करते हैं तो दर्द और खून के थक्के जैसे लक्षण दिखाई दे सकते है।
त्वचा की ऊपरी परत में जब कोशिकाएं विकसित होने लगती हैं और त्वचा असाधारण तरीके से फैलने लगती है तो इसी वजह से चिप्पी का निर्माण होता है. दुनियाभर में लगभग 50 फीसद अधिक लोगों को कभी न कभी त्वचा की चिप्पी की समस्या रही है. चिप्पी की समस्या हर किसी को हो सकती है।
1. टाइप 2 डायबिटीज से ग्रस्त लोगों को चिप्पी होने का खतरा अधिक होता है।
2. अगर मोटापे से ग्रस्त हैं तो त्वचा की चिप्पी हो सकती है।
3. स्किन टैग का संबंध उम्र से है तो अधिक उम्र वाले लोगों को चिप्पी हो सकती है।
4. गर्भवती महिलाओं को चिप्पी की समस्या होती है।
त्वचा की चिप्पी भले ही खूबसूरती को प्रभावित कर रही हो लेकिन इसे रोकथाम करना लगभग असंभव है. ये बात अवश्य है कि चिप्पी को निकलवा सकते हैं लेकिन त्वचा की चिप्पी को निकलने से रोक नहीं सकते है।
इसे हटाने के लिए कोई दवा भी उपलब्ध नहीं है. इसके इलाज के तौर पर इसे निकलवाना ही एकमात्र उपाय है. ऑपरेशन के जरिए चिप्पी को निकाला जा सकता है।
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