नई दिल्ली: वेस्टर्न देशों का चलन अब भारत में भी बहुत तेजी से फैल चुका है। अब खाने के बाद मीठा (Sweets Craving) खाने को ही देख लीजिए, हमारे देश में कभी ऐसी कोई प्रथा नहीं थी। भारत अध्यात्म के साथ आयुर्वेद के क्षेत्र में भी सबसे आगे रहा है। पर अब कुछ लोगों ने […]
नई दिल्ली: वेस्टर्न देशों का चलन अब भारत में भी बहुत तेजी से फैल चुका है। अब खाने के बाद मीठा (Sweets Craving) खाने को ही देख लीजिए, हमारे देश में कभी ऐसी कोई प्रथा नहीं थी। भारत अध्यात्म के साथ आयुर्वेद के क्षेत्र में भी सबसे आगे रहा है। पर अब कुछ लोगों ने विदेशी चलन से प्रभावित होकर उसे अपना लिया है। खाने के बाद लगभग हर घर में मीठा खाने का चलन शुरू हो गया है। यहां हम सिर्फ मिठाइयों की ही बात नहीं कर रहे हैं, बल्कि लोगों ने खाने के बाद आइसक्रीम या चॉकलेट भी खाना शुरू कर दिया है। पर क्या आप जानते हैं, हर रोज मिठाइयां खाने से आपकी सेहत पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ सकता है। कई गंभीर बीमारियों के शिकार भी हो सकते हैं। आइए समझते हैं मिठाइयों के नुकसान के बारे में।
विशेषज्ञों का मानना है की खाने में अंत में मिठाई (Sweets Craving) खाने से पाचन अग्नि बुझ सकती है और अम्लीय स्राव (acidic secretions) के कारण फर्मेंटेशन और अपच हो सकता है। हर रोज अगर यही प्रक्रिया आपके शरीर में होती है, तो इससे धीरे धीरे पाचन शक्ति को भरी नुकसान पहुंच सकता है।
हर रोज मिठाइयां खाने से आपका वजन भी बढ़ने लगता है। अब आप सोचेंगे मिठाइयों का वजन से क्या कनेक्शन है। ज्यादातर मिठाइयों में शुगर और फैट की मात्रा बहुत होती है, जिससे उसमें कैलोरी भी बढ़ जाती है। अब ऐसे में अगर आप उस मिठाई का सेवन करते हैं, तो वो अतिरिक्त कैलोरी कहां जाएगी। वो कैलोरी आपके शरीर में फैट के रूप में जमा होती चली जाएगी और नतीजतन आपका वजन बढ़ना शुरू हो जाएगा।
बाजार में बनी अधिकतर मिठाइयां अक्सर चीनी और रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट से भरी होती है. इनका सेवन आपके ब्लड शुगर लेवल को बहुत तेजी से बढ़ाता है।
मिठाइयों दांतों के सेहत पर भी बुरा असर डालती हैं। ज्यादा मीठा खाने से आपके दांतों में कैविटी, सड़न के साथ और भी कई समस्याएं हो सकती हैं।
Also Read: