नई दिल्ली: आजकल किडनी स्टोन या गुर्दे की पथरी की समस्या बहुत आम होती जा रही है, लेकिन इसे नजरअंदाज करना स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है। किडनी शरीर का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो खून को फिल्टर कर उसमें मौजूद अवांछित तत्वों को यूरीन के जरिए बाहर निकालता है। वहीं जब खून में कैल्शियम, […]
नई दिल्ली: आजकल किडनी स्टोन या गुर्दे की पथरी की समस्या बहुत आम होती जा रही है, लेकिन इसे नजरअंदाज करना स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है। किडनी शरीर का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो खून को फिल्टर कर उसमें मौजूद अवांछित तत्वों को यूरीन के जरिए बाहर निकालता है। वहीं जब खून में कैल्शियम, फॉस्फोरस, सोडियम और अन्य मिनरल्स की मात्रा बढ़ जाती है, तो यह तत्व किडनी में जमा होकर छोटे-छोटे स्टोन का रूप ले लेते हैं. इससे किडनी स्टोन कहा जाता है और यह समस्या गंभीर हो सकती है. इसलिए इसके इलाज के साथ-साथ खानपान का ध्यान रखना भी जरूरी होता है।
भोजन में सोडियम यानी नमक की अधिक मात्रा से यूरीन में कैल्शियम की मात्रा बढ़ सकती है, जिससे किडनी स्टोन का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए भोजन में अधिक नमक डालने से बचें और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों में मौजूद सोडियम की मात्रा पर नजर रखें। फास्ट फूड और रेस्तरां के भोजन में अक्सर सोडियम की मात्रा अधिक होती है, इसलिए खाने में नमक कम डालने का कार्य किया जा सकता है।
रेड मीट, पोर्क, चिकन और अंडे जैसे पशु-आधारित खाद्य पदार्थ यूरिक एसिड की मात्रा को बढ़ाते हैं, जिससे किडनी में स्टोन का खतरा बढ़ सकता है। इसके अलावा अधिक प्रोटीन खाने से मूत्र में साइट्रेट नामक तत्व की कमी हो जाती है, जो किडनी स्टोन को रोकने में मदद करता है। इसलिए प्लांट-बेस्ड प्रोटीन जैसे क्विनोआ, टोफू, चिया बीज और ग्रीक दही का सेवन करना बेहतर होता है। हालांकि प्रोटीन शरीर के लिए आवश्यक है, इसलिए डॉक्टर से सलाह लेकर सही मात्रा में प्रोटीन का सेवन करें।
कोल्ड ड्रिंक और कैफीन के अधिक सेवन से शरीर में डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है, जिससे किडनी स्टोन का खतरा बढ़ सकता है। वहीं कोल्ड ड्रिंक में मौजूद फास्फोरिक एसिड किडनी स्टोन के खतरे को बढ़ाता है, इसलिए इनसे दूरी बनाए रखना जरूरी है।
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