Smoking: धूम्रपान छोड़ने से कम हो सकता 17% कैंसर का खतरा, इन दिक्कतों से भी मिलेगा आराम

नई दिल्लीः हमारे आसपास कई लोग स्मोकिंग के आदि हो जाते हैं। यह लोगों की लाइफस्टाइल का हिस्सा बन चुका है। हालांकि लगातार स्मोकिंग करने से सेहत को कई तरीके से नुकसान हो सकता है। इसी बीच अब एक स्टडी सामने आई है जिसमें यह बताया गया है कि धूम्रपान छोड़ने से कैंसर का खतरा […]

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Smoking: धूम्रपान छोड़ने से कम हो सकता 17% कैंसर का खतरा, इन दिक्कतों से भी मिलेगा आराम

Tuba Khan

  • February 8, 2024 2:39 pm Asia/KolkataIST, Updated 9 months ago

नई दिल्लीः हमारे आसपास कई लोग स्मोकिंग के आदि हो जाते हैं। यह लोगों की लाइफस्टाइल का हिस्सा बन चुका है। हालांकि लगातार स्मोकिंग करने से सेहत को कई तरीके से नुकसान हो सकता है। इसी बीच अब एक स्टडी सामने आई है जिसमें यह बताया गया है कि धूम्रपान छोड़ने से कैंसर का खतरा 17 फीसदी तक कम हो सकता है। आइए जानते हैं इसके कई दूसरे फायदे।

तुरंत स्वास्थ्य लाभ

स्मोकिंग छोड़ने के तुरंत बाद भी आपकी सेहत पर सकारात्मक प्रभाव पड़ना शुरू हो जाता है। इससे आपके खून में कार्बन मोनोऑक्साइड का स्तर कम हो जाता है, जिससे आपकी हार्टबीट और ब्लड प्रेशर सही होने लगता है।

रेस्पिरेटरी सिस्टम रिकवर होता है

धूम्रपान छोड़ने के पहले कुछ हफ्तों के अंदर ही आपके रेस्पिरेटरी सिस्टम में सुधार आने लगता है। इससे फेफड़े की कार्यप्रणाली बेहतर होती है, जिससे सांस फूलना और खांसी जैसे लक्षण कम होने लगते हैं। साथ ही संक्रमण का खतरा भी बेहद कम हो जाता है।

इम्युनिटी बूस्ट करे

धूम्रपान आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को खराब करने लगता है, लेकिन इसे छोड़ने पर आपका इम्यून सिस्टम बेहतर हो जाता है। इससे रेस्पिरेटरी इन्फेक्शन कम होता है और बीमारियों से बचाव मजबूत होता है, जिससे आपका पूरा स्वास्थ्य ठीक हो जाता है।

स्वाद और गंध ठीक करे

स्मोकिंग से गंध और स्वाद खराब हो जाता है, लेकिन धूम्रपान छोड़ने के बाद ये इंद्रियां अपनी तीव्रता को फिर से प्राप्त कर सकती हैं। इससे आपके स्वाद और अपने आस-पास की गंध के प्रति अपनी संवेदनशीलता में बढ़ोतरी देखने को मिलना शुरू हो जाती है.

दीर्घकालिक स्वास्थ्य लाभ

धूम्रपान छोड़ने से आपको लंबे वक्त तक लाभ मिलते हैं। एक दशक तक स्मोकिंग न करने से फेफड़े, इसोफेगस और ब्लैडर जैसे विभिन्न कैंसर का खतरा कम होने लगता है। इसके अलावा क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) जैसी पुरानी बीमारियों की संभावना भी काम होने लगती है।

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