नई दिल्लीः यदि आप अपनी त्वचा को छूते हैं और महसूस करते हैं कि यह कुछ स्थानों पर खुरदरी है और कुछ स्थानों पर बहुत तैलीय है, तो यह असमान त्वचा बनावट का संकेत है। हालांकि यह कोई बड़ी समस्या नहीं है. अपनी त्वचा की देखभाल की दिनचर्या में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव करके, काफी हद […]
नई दिल्लीः यदि आप अपनी त्वचा को छूते हैं और महसूस करते हैं कि यह कुछ स्थानों पर खुरदरी है और कुछ स्थानों पर बहुत तैलीय है, तो यह असमान त्वचा बनावट का संकेत है। हालांकि यह कोई बड़ी समस्या नहीं है. अपनी त्वचा की देखभाल की दिनचर्या में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव करके, काफी हद तक स्किन का टेक्सचर इंप्रूव कर सकते हैं। आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में.
तैलीय त्वचा वाले लोग मॉइस्चराइज़र का उपयोग करने से बचते हैं क्योंकि उनका मानना है कि इससे चेहरा अधिक तैलीय दिखाई देता है। हालांकि, मॉइस्चराइज़र तेल उत्पादन को नियंत्रित करते हैं और शुष्क त्वचा को भी रोकते हैं। दिन में दो बार मॉइस्चराइजर का प्रयोग करें।
सनस्क्रीन न केवल टैनिंग से बचाता है, बल्कि त्वचा की बनावट में भी सुधार करता है। एसपीएफ़ का उपयोग चेहरे पर झुर्रियां पड़ने से रोकता है और त्वचा की खामियों को भी दूर करता है। सर्दियों में सनस्क्रीन की जरूरत नहीं होती, यह बात बिल्कुल भी सच नहीं है, साल के किसी भी समय सनस्क्रीन जरूर लगाना चाहिए।
स्किन टेक्सचर को अच्छा करने के लिए रोजाना उसकी तेल में मालिश करें। फिर चाहे वो नारियल तेल हो, बादाम या फिर कोई और फेशियल ऑयल। इससे सीबम प्रोडक्शन कंट्रोल होता है, जिससे स्किन कोमल और चमकदार नजर आती है।