नई दिल्ली : बारिश का मौसम अपने साथ कई तरह के फौंगल इन्फेक्शन और बीमरियों. को लेकर आता है. इस मौसम में बीमार पड़ने का ख़तरा सबसे ज़्यादा होता है. इतना ही नहीं इस मौसम में वातावरण के अचानक बदलने से कई सारी समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है. बता दें, बारिश या […]
नई दिल्ली : बारिश का मौसम अपने साथ कई तरह के फौंगल इन्फेक्शन और बीमरियों. को लेकर आता है. इस मौसम में बीमार पड़ने का ख़तरा सबसे ज़्यादा होता है. इतना ही नहीं इस मौसम में वातावरण के अचानक बदलने से कई सारी समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है. बता दें, बारिश या मानसून के मौसम में गर्मी से अचानक नमी और ठंडक भी कई तरह की बीमारियों को जन्म देती है. लेकिन अगर सावधानी बरती जाए तो कई तरह के खतरों से बचा भी जा सकता है.
बारिश के समय मौसम और वातावरण बेहद ठंडा हो जाता है. ऐसे में कई लोग ठंडे मौसम होने के कारण नहाने से परहेज करते हैं. लेकिन ये काफी खतरनाक भी हो सकता है. एक्सपर्ट्स की मानें तो बारिश और मानसून में ना नहाने के कारण आपको संक्रमण हो सकता है. आपको इस मौसम में रोज नहाना चाहिए. आज हम आपको इस मौसम में ना नहाने के साइड इफेक्ट बताने जा रहे हैं.
मॉइश्चर अधिक होने से बारिश के मौसम में हर जगह नमी बनी रहती है. आपके घर से लेकर कपड़ों तक सब जगह नमी होने की वजह से मॉइश्चर काफी अधिक होता है. अब ऐसे में अगर आप नहाते नहीं हैं तो आपके शरीर में दुर्गंध पैदा करने वाले बैक्टीरिया पैदा हो जाएंगे.
नहाने से स्किन साफ़ और काफी अच्छी रहती है. Healthline वेबसाइट की मानें तो नहीं नहाने से त्वचा में सूजन और अन्य गंभीर स्थितियां हो सकती हैं. इसलिए हमेशा नहाना चाहिए इससे आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है.
कोरोना काल के बाद से आप भी इम्यूनिटी को लेकर सचेत हो गए होंगे. ना नाहने से तो शरीर में मौजूद वायरस और बैक्टीरिया की संख्या बढ़ती है जिससे अन्य संक्रमणों का खतरा भी बढ़ जाता है.
ना नहाने से आपके शरीर के निश्चित एरिया की स्किन का कलर डार्क हो सकता है. हालांकि यह डार्क स्किन नहाने पर खत्म हो जाती है. लेकिन अगर यह निशान अधिक डार्क हो जाए तो अधिक गहरे हो सकते हैं.
बारिश के मौसम में मॉइश्चर से चिपचिपाहट होती है. वहीं अगर आप ना नहाएं तो चिपचिपाहट अधिक बढ़ जाएगी और आप कंफर्टेबल महसूस नहीं करेंगे.
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