Health News: चीन के झेजियांग प्रांत के 54 वर्षीय शू दो साल से लगातार खांसी से परेशान थे। खांसी इतनी गंभीर थी कि उन्हें कैंसर होने का डर सताने लगा था। उन्होंने कई दवाइयां आजमाईं, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
आखिरकार, शू ने झेजियांग अस्पताल के विशेषज्ञों से परामर्श लिया। स्कैन में उनके फेफड़ों में 1 सेंटीमीटर का एक द्रव्यमान पाया गया, जिसे डॉक्टरों ने निमोनिया या ट्यूमर समझा और बायोप्सी की योजना बनाई।
जांच के दौरान, डॉक्टरों को पता चला कि शू के फेफड़े में मिर्च का एक टुकड़ा फंसा हुआ था। दो साल पहले, हॉटपॉट खाते समय गलती से मिर्च का यह टुकड़ा उनके फेफड़ों में चला गया था और ऊतक के नीचे छुपा हुआ था।
यह जानकर शू और डॉक्टर दोनों हैरान रह गए कि भोजन का एक साधारण टुकड़ा इतनी लंबी असुविधा और खांसी का कारण बन सकता है। मिर्च का टुकड़ा दो साल से शू के फेफड़ों में जलन और गंभीर लक्षण पैदा कर रहा था।
यह मामला दिखाता है कि गहराई से की गई चिकित्सा जांच कितनी महत्वपूर्ण है। शू की कहानी हमें याद दिलाती है कि अगर कोई लक्षण लगातार बने रहें, तो डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। मिर्च को हटाने के बाद, शू को आखिरकार अपनी पुरानी खांसी से राहत मिली।
शू की कहानी चिकित्सा जांच के महत्व और हेल्थ के प्रति सतर्क रहने की सीख देती है। अगर आपको कोई लक्षण लंबे समय तक परेशान कर रहे हैं, तो बिना देरी किए डॉक्टर से सलाह लें।
ये भी पढ़ें: रंगीन कॉन्टैक्ट लेंस:आंखों के लिए कितना खतरनाक? जानें इससे होने वाले नुकसान और बचाव के उपाय
डॉक्टर ने डल्लेवाल की सेहत के बारे में बताया कि जांच रिपोर्ट के अनुसार, 'क्रिएटिनिन'…
श्रीलंका के राष्ट्रपति दिसानायके ने कहा कि वो अपने देश की जमीन का इस्तेमाल भारत…
बांग्लादेशी नेताओं और शाहिदुज्जमां जैसे शिक्षाविदों के भारत विरोधी बयान दोनों देशों के संबंधों को…
नई दिल्ली। जॉर्जिया में एक भारतीय रेस्टोरेंट में 12 भारतीय नागरिक मृत पाए गए हैं।…
असद ने कहा कि उनकी आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई रूकने नहीं वाली है। उन्होंने कहा…
मायोट में लोग चिडो तूफान की तुलना परमाणु बम से कर रहे हैं। तूफान की…