होली को 'रंगों के त्योहार' के रूप में जाना जाता है इस साल यह 2 मार्च को पड़ रही हैं. होली उत्सव की तैयारी शुरू हो चुकी है. हर कोई होली पार्टियों की मिठाई और रंग खरीदकर लोगों के साथ मस्ती और गुलाल लगाने में जुट गया है. लेकिन हर राज्य में होली का जश्न मनाने की अपना अलग अंदाज है. आइए जानते है भारतीय राज्यों की ऐसी ही कुछ होली के बारे में.
होली को ‘रंगों के त्योहार’ के रूप में जाना जाता है इस साल यह 2 मार्च को पड़ रही हैं. होली उत्सव की तैयारी शुरू हो चुकी है. हर कोई होली पार्टियों की मिठाई और रंग खरीदकर लोगों के साथ मस्ती और गुलाल लगाने में जुट गया है. लेकिन हर राज्य में होली का जश्न मनाने की अपना अलग अंदाज है. आइए जानते है भारतीय राज्यों की ऐसी ही कुछ होली के बारे में:
मथुरा के पास बरसाना की ब्रज होली काफी मशहूर है. यहां रंगो से नहीं बल्कि लठमार होली मनाई जाती है. जिसमें हजारों की संख्या में लोग एक साथ लठमार होली का मजा उठाते है. लठमार होली में महिलाएं हाथो में लठ लिए अपने पुरुषों पर वार करती हैं और होली गीत जैसे “श्री राधे” या “श्रीकृष्ण” गाते हैं.
बिहार में भोजपुरी बोली में होली को फागुवा के रूप में जाना जाता है. फाल्गुन पौर्णिमा की पूर्व संध्या पर, लोग होलिका दहन मनाते हैं. इस दहन में सूखे गोबर के उप्पले,पेड़ की लकड़ी और नई फसल के अनाज डाल कर जलाई जाती है. होलिका के समय में लोग अलाव के पास इकट्ठा होते हैं और एख दूसरे को गले को होली की शुभकामनाएं देते है.
उत्तराखंड की कुमाउनी होली में सभी मिलकर नाचते गाते हैं. यहां बैठकी होली, खारी होली और महिला होली जैसे विभिन्न रूप हैं. बैठकी होली और खारी होली में, लोग मज़ेदार और धार्मिक प्रथा के साथ गाने गाते हैं. ये गीत मूलतः शास्त्रीय रागों पर आधारित होते हैं.
खारी होली के गीतों को पारंपरिक सफेद चुरीदार पायजामा और कुर्ता पहने लोग ढोल बजा के नाचते गाते हैं.
असमिया में होली को ‘फाकुवा’ भी कहा जाता है, इसे पूरे असम में मनाया जाता है स्थानीय रूप से इसे ‘डोल जत्रा’ के नाम से जाना जाता है. दो दिनों तक यहां होली का त्योहार मनाया जाता है. बारपेटा के क्षेत्रों में भगवान कृष्ण को समर्पित होली गाने भी गाए जाते हैं.
महाराष्ट्र में, होली पूर्णिमा को शिमगा के रूप में एक सप्ताह तक मनाया जाता है. त्योहार से एक हफ्ते पहले, बच्चें घर घर जाकर पैसे इक्ट्ठा करते हैं. शाम के समय होलिका दहन शुरू हो जाती है. इस दिन पुरन पोली खाना काफी शुभ माना जाता है और बच्चे “होली रे होली पूरनाची पोली ” कहकर सभी को शुभकामनाएं देते हैं.
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